शॉर्ट टर्म लॉन्ग प्रॉफिट
इन दिनों शॉर्ट टर्म जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज के प्रति स्टूडेंट्स में काफी क्रेज देखा जा रहा है। अगर आप भी इस तरह के कोर्स कर लेते हैं, तो कम समय में लॉन्गटर्म प्रॉफिट हासिल कर सकते हैं.. जॉब मार्केट में बैचलर्स या फिर कोई स्पेशलाइज्ड डिग्री काफी मायने रखती है, लेकिन 12वीं के बाद भी कई ऐसे स्पेशल (वोकेशनल आदि) कोर्सेज हैं, ज
इन दिनों शॉर्ट टर्म जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज के प्रति स्टूडेंट्स में काफी क्रेज देखा जा रहा है। अगर आप भी इस तरह के कोर्स कर लेते हैं, तो कम समय में लॉन्गटर्म प्रॉफिट हासिल कर सकते हैं..
जॉब मार्केट में बैचलर्स या फिर कोई स्पेशलाइज्ड डिग्री काफी मायने रखती है, लेकिन 12वीं के बाद भी कई ऐसे स्पेशल (वोकेशनल आदि) कोर्सेज हैं, जो आपको स्किल्ड बनाने के साथ-साथ जॉब पाने में भी मदद करेंगे यानी इन कोर्सेज को करने के बाद आप फाइनेंशियली स्टेबल भी हो सकेंगे। धीरे-धीरे स्टूडेंट्स एकेडमिक के अलावा, वोकेशनल कोर्सेज (जॉब ओरिएंटेड) को एडॉॅप्ट कर रहे हैं, क्योंकि इन्हें करने के बाद अच्छी जॉब मिलने की पूरी गारंटी होती है। एक नजर ऐसे ही करियर बिल्डिंग कोर्सेज पर जो बना सकते हैं आपका फ्यूचर ब्राइट..
एनिमेशन
एनिमेशन रिलेटेड कोर्सेज के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं है। उसके बाद ग्रेजुएशन या डिप्लोमा कोर्स में दाखिला मिलता है। इसमें स्ट्रीम की कोई बाध्यता नहीं है। 12वीं के बाद आप एनिमेशन बैचलर डिग्री, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। कोर्स कंप्लीट होने के बाद टीवी, फिल्म, म्यूजिक वीडियो, वीडियो गेम और विज्ञापन कंपनियों में जॉब मिल सकती है। एक अनुमान के अनुसार, एनिमेशन इंडस्ट्री सालाना 23 फीसदी की दर से बढ़ रही है।
रेडियो जॉकी
सफल रेडियो जॉकी बनने के लिए भाषा पर आपका कमांड होनी चाहिए। इसके साथ ही रीजनल भाषा की समझ हो, तो आपके प्रेजेंटेशन में वास्तविकता आती है। 12वीं के बाद आप प्राइवेट रेडियो चैनल में आरजे बन सकते हैं। सरकारी चैनल में ग्रेजुएट डिग्री आवश्यक है। मान्यता प्राप्त संस्थान से प्रशिक्षण लिया है, तो आपको वरीयता मिल सकती है। आरजे अपनी वॉयस के जरिए विज्ञापनों, जिंगल्स, टीवी शो, डॉक्यूमेंट्री, लाइव शो और वॉयस ओवर आर्टिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं। डिप्लोमा इन रेडियो प्रोग्रामिंग ऐंड ब्रॉडकास्ट मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन रेडियो जॉकी और सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद इस फील्ड में संभावनाओं के द्वार खुल जाते हैं।
मॉडलिंग
12वीं के बाद मॉडलिंग से रिलेटेड कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। अगर आपने ब्यूटी केयर, मेकअप, हेयर ड्रेसिंग का प्रशिक्षण लिया है, तो आपको प्रिफरेंस मिल सकती है। इसके अलावा, फैशन डिजाइनिंग, फोटोग्राफी, टीवी एंकरिंग और एक्टिंग जैसे दूसरे विकल्प भी मॉडलिंग के क्षेत्र में मौजूद हैं। आप चाहें, तो विज्ञापन, फिल्म, वेबसाइट्स, कैलेंडर, कैटलॉग, ट्रेड शोज, प्रोडक्ट प्रोमोशन, कॉरपोरेट सेक्टर के अलावा, मॉडलिंग एजेंसी में बतौर कोऑर्डिनेटर काम कर सकते हैं या फिर अपनी एजेंसी भी खोल सकते हैं। प्रिंट मॉडलिंग से लेकर स्टिल मॉडलिंग, रैंप, शोरूम मॉडलिंग आदि में भी मौके हैं। आंकड़ों पर विश्वास करें, तो मॉडलिंग फील्ड में युवाओं का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है।
फाइन आर्ट्स
फाइन आर्ट एक विजुअल कम्युनिकेशन फील्ड है, जिसके अंतर्गत पेंटिंग, मूर्तिकला एवं कॉमर्शियल ऑर्ट शामिल है। फाइन आर्ट कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं है। इसके बाद आप बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) में एडमिशन ले सकते हैं। फाइन आर्ट कोर्स में 80 प्रतिशत प्रैक्टिकल और 20 प्रतिशत थ्योरी होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप विजुअलाइजिंग प्रोफेशनल, इलस्ट्रेटर, आर्ट क्रिटिक, आर्टिस्ट और डिजाइन ट्रेनर के रूप में काम कर सकते हैं। फाइन आर्ट का कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स की भारत में ही नहीं, बल्कि फ्रांस, इटली और जर्मनी जैसे देशों में भी काफी डिमांड है। कोर्स कंप्लीट करने के बाद आप एनिमेशन इंडस्ट्री, विज्ञापन कंपनी, टेलीविजन, थियेटर प्रोडक्शन और टेक्सटाइल इंडस्ट्री में जॉब पा सकते हैं।
फॉरेन लैंग्वेज
एक या दो विदेशी भाषाओं पर गहरी पकड़ बनाने के बाद आप मनोरंजन, टूरिज्म, एविएशन, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों, दूतावास, डिप्लोमैटिक सर्विस और बीपीओ जैसे क्षेत्र में करियर की शुरुआत कर सकते हैं। 12वीं के बाद स्टूडेंट्स फॉरेन लैंग्वेज में सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। फ्रेंच भाषा के तीन माह के सर्टिफिकेट कोर्स के बाद डिप्लोमा और डिग्री कोर्सेज भी किए जा सकते हैं। सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा पार्ट टाइम कोर्स हैं। जेएनयू, डीयू, बीएचयू और प्राइवेट संस्थानों द्वारा ऐसे कोर्स करवाए जाते हैं। चाइनीज, जैपनीज, स्पेनिश, फ्रेंच, जर्मन, रशियन, कोरियन, अरेबिक और इटैलियन भाषाओं में कोर्स करना फायदेमंद हो सकता है।
फोटोग्राफी
क्रिएटिव स्टूडेंट्स के लिए यह कोर्स बेस्ट है। कोर्स कंप्लीट करने के लिए किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पास होना जरूरी है। देशभर में कई इंस्टीट्यूट फोटोग्राफी में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कराते हैं। इस कोर्स को करने के बाद प्रेस फोटोग्राफर, फैशन फोटोग्राफर, इंडस्ट्रियल फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, फीचर फोटोग्राफर, फॉरेंसिक फोटोग्राफर, साइंटिफिक फोटोग्राफर बन सकते हैं। आप चाहें, तो फ्रीलांसिंग भी कर सकते हैं। इसके साथ ही इसे पार्ट टाइम प्रोफेशन के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ-साथ ट्रेंड की जानकारी, अच्छा विजन और रिस्क लेने की क्षमता, इसके लिए जरूरी स्किल्स हैं।
गेमिंग
नए गेम्स खेलने का जुनून है, गेम की हर एक चीज पर पैनी नजर रखते हैं, तो आप इस इंडस्ट्री में काफी आगे जा सकते हैं। साथ ही क्रिएटिविटी और आर्टिस्टिक स्किल्स भी आपमें होनी चाहिए, जो गेम को आकर्षक बना सकते हैं। 12वीं के बाद आप प्रोफेशनल डिप्लोमा इन गेम आर्ट, प्रोफेशनल डिप्लोमा इन डिजिटल आर्ट ऐंड डिजाइन, प्रोफेशनल डिप्लोमा इन एनिमेशन और डिप्लोमा इन गेम आर्ट, सर्टिफिकेट इन 3डी विजुअलाइजेशन और सर्टिफिकेट इन गेम एनवायरनमेंट जैसे कोर्स कर सकते हैं। ये सारे कोर्स एक साल या उससे कम अवधि के हैं। कोर्स को कंप्लीट करने के बाद आप गेम डिजाइनर, सीनियर लेवल डिजाइनर, जूनियर लेवल डिजाइनर, एनिमेटर, गेम प्रोग्रामर, नेटवर्क प्रोग्रामर, ग्राफिक्स प्रोग्रामर और ऑडियो प्रोग्रामर बन सकते हैं।
ऑप्शंस और भी हैं..
डिप्लोमा इन एजुकेशन टेक्नोलॉजी (डीइटी), डिप्लोमा इन रूरल जर्नलिच्म, डिप्लोमा इन ब्यूटीशियन, डिप्लोमा इन च्वैलरी डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन प्रोडक्ट डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन फूड ऐंड बेवरेज सर्विस मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन टीचिंग इंग्लिश (डीटीइ) आदि..।
प्रमुख इंस्टीट्यूट्स
-एरिना एनिमेशन
www.arenamultimedia.com
-जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन
www.3a1iercomm.org
-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन
www.nifd.net
-सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई
www.sirjjschoolofart.in
-स्कूल आफ लैंग्वेज, जेएनयू, नई दिल्ली
www.jnu.ac.in
-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन
www.nid.edu
प्रॉफिटेबल हैं ये कोर्स
ग्लोबलाइजेशन के दौर की एक अच्छी बात यह है कि करियर ऑप्शंस के तौर पर अनेक जॉब ओरिएंटेड कोर्स उपलब्ध हैं। बीपीओ और आइटी के क्षेत्र में भी नॉन-ग्रेजुएट एम्प्लॉयीज की काफी संख्या है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए। साथ ही, कंप्यूटर का ज्ञान भी जरूरी है। 12वीं के बाद कंप्यूटर फील्ड में भी ब्राइट करियर है। कंप्यूटर में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद आप कंप्यूटर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव से शुरू कर प्रोजेक्ट?मैनेजर तक बन सकते हैं। अगर आपको पढ़ाने का शौक है, तो आप ऑनलाइन ट्यूशन भी दे सकते हैं, इसमें भी अच्छी कमाई है। सेल्स और मार्केटिंग में भी डिप्लोमा कोर्स करके जल्द ही जॉब पा सकते हैं। मीडिया प्रोडक्शन, वीडियो एडिटिंग जैसे फील्ड्स से संबंधित कोर्स आप सिर्फ एक साल में कर सकते हैं। बड़ी बात यह है कि ये शॉर्ट टर्म कोर्स जॉब ओरिएंटेड तो होते ही हैं, प्रॉफिटेबल भी होते हैं। समय रहते ये कोर्स आपके करियर को गति भी देते हैं, जिससे आप अनुभव हासिल कर 8-10 साल में बड़ी पोस्ट पर पहुंच जाते हैं। कोर्स चूज करते समय आप अपने इंट्रेस्ट का ख्याल जरूर रखें। जिस इंस्टीट्यूट में आप एडमिशन लेने जा रहे हैं, उसके प्लेसमेंट रिकॉर्ड के बारे में भी पता कर लें। संभव हो तो उस इंस्टीट्यूट के पासआउट स्टूडेंट्स से जरूर मिलें, इससे आपको इंस्टीट्यूट द्वारा किए जाने वाले प्लेसमेंट दावे की असलियत पता चल जाएगी, जो आपके करियर बिल्डिंग में सहायक होगी।
डॉ. अनिल सेठी, काउंसलर ऐंड मोटिवेटर
राजीव रंजन