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है वो जोश वो जुनून..

एसएसबी इंटरव्यू के बारे में आपने सुना ही होगा। आ‌र्म्ड फोर्सेज के लिए रिटेन के बाद फाइनल रिक्रूटमेंट एसएसबी यानी सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ही करता है। एनडीए, सीडीएस, डायरेक्ट एंट्री मिलिट्री, डायरेक्ट एंट्री मिलिट्री इंजीनियरिंग हो या फिर मेडिकल सर्विस, सबके लिए रिटेन एग्जाम पास करने के बाद आपको एसएसबी इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है। नेशनल डिफेंस एके

By Edited By: Published: Tue, 18 Mar 2014 01:23 PM (IST)Updated: Tue, 18 Mar 2014 01:23 PM (IST)
है वो जोश वो जुनून..

एसएसबी इंटरव्यू के बारे में आपने सुना ही होगा। आ‌र्म्ड फोर्सेज के लिए रिटेन के बाद फाइनल रिक्रूटमेंट एसएसबी यानी सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ही करता है। एनडीए, सीडीएस, डायरेक्ट एंट्री मिलिट्री, डायरेक्ट एंट्री मिलिट्री इंजीनियरिंग हो या फिर मेडिकल सर्विस, सबके लिए रिटेन एग्जाम पास करने के बाद आपको एसएसबी इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है। नेशनल डिफेंस एकेडमी ऐंड नेवल एकेडमी के लिए 20 अप्रैल को होने वाला रिटेन एग्जाम 900 मा‌र्क्स का है। उसमें मेरिट लिस्ट में आने के बाद आपको 900 मा‌र्क्स के एसएसबी इंटरव्यू से गुजरना होगा।

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5 दिन का इंटरव्यू

यह इंटरव्यू 5 दिन तक चलता है। जिस दिन आप सेंटर पहुंचते हैं, उस दिन बस आपके सर्टिफिकेट्स चेक किए जाते हैं। आपको चेस्ट नंबर दे दिए जाते हैं। इस दौरान व्हाइट शॉ‌र्ट्स, व्हाइट शर्ट और व्हाइट शूज ऐंड शॉक्स ही पहनने होते हैं।

पहला दिन

पहले दिन स्क्रीनिंग टेस्ट होता है। इसमें कई सारे राउंड होते हैं। परफॉर्मेस कमजोर होने पर आप किसी भी राउंड से बाहर हो सकते हैं।

-आईक्यू टेस्ट (वर्बल ऐंड नॉन-वर्बल रीजनिंग)

-ईक्यू टेस्ट (इमोशंस ऐंड सिचुएशन बेस्ड)

-पिक्चर परसेप्शन टेस्ट (स्टोरी परसेप्शन)

-ग्रुप डिस्कशन टेस्ट

इन चारों टेस्ट को क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट्स को अगले चार दिन रुकना होता है। उनसे पर्सनल इंफॉर्मेशन क्वैश्चनेयर फॉर्म भरवाया जाता है। अनक्वालिफाइड कैंडिडेट्स को वापस भेज दिया जाता है।

दूसरा दिन

दूसरे दिन साइकोलॉजिकल टेस्ट के राउंड्स होते हैं।

-टैट : थिमैटिक परसैप्शन टेस्ट (पिक्चर बेस्ड स्टोरी राइटिंग)

-वैट : वर्ड एसोसिएशन टेस्ट (वर्ड बेस्ड परसेप्शन)

-एसआरटी : सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट

-एसडीटी : सेल्फ डिस्क्रिप्शन टेस्ट

तीसरा और चौथा दिन

तीसरे दिन ग्रुप टास्क दिए जाते हैं। इन्हें ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर्स टास्क कहते हैं। इसमें ये टास्क होते हैं :

-ग्रुप डिस्कशन

-ग्रुप प्लानिंग एक्सरसाइज

-प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क

-हॉफ ग्रुप टास्क

-इंडिविजुअल ऑब्स्टकल्स

-ग्रुप ऑब्स्टकल्स रेस या स्नेक रेस

-कमांड टास्क

-लेक्चरेट -फाइनल ग्रुप टास्क

इन सबके बाद हर कैंडिडेट का पर्सनल इंटरव्यू होता है। इस बोर्ड में तीन-चार ऑफिसर्स ही होते हैं। वे पर्सनैलिटी जज करने के लिए आपसे नॉर्मल बातचीत करते हैं। इस बोर्ड में साइकोलॉजिस्ट और ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर्स होते हैं।

पांचवां और आखिरी दिन

पांचवें दिन सेंटर का फुल सर्विस सेलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू लेता है। इस राउंड को कांफ्रेंस कहते हैं। इसमें बोर्ड का चेयरमैन, वाइस-चेयरमैन, साइकोलॉजिस्ट्स, जीटीओज सभी होते हैं। सब कलेक्टिवली चूज करते हैं कि किसे रखना है और किसे नहीं। करीब एक घंटे बाद सेलेक्टेड कैंडिडेट्स के नाम बता दिए जाते हैं, जिन्हें 4-5 दिन मेडिकल के लिए रुकना पड़ता है।

डेवलप योर लीडर

एसएसबी इंटरव्यू क्वालिफाई करने के लिए आपको अपनी पर्सनैलिटी के लेवल पर मेहनत करनी होगी।?यह एक लंबा प्रॉसेस है। इंटरव्यू के दौरान आपकी छोटी से छोटी हरकत मॉनिटर की जाती है। इसलिए खुद में लीडर की क्वालिटीज डेवलप करें, जो आपको कॉन्फिडेंट दिखा सकें।

ब्रिगेडियर जी.एस.सिसोदिया

डायरेक्टर,नेशनल डिफेंस करियर इंस्टीट्यूट, दिल्ली


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