जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया है। हालांकि, कोमल भावनाओं की टूटती इन कड़ियों के बीच खुश रहने के लिए हमारे पास एक उम्दा उपाय जोक्स या चुटकुले हैं। ये हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं। इससे न सिर्फ आसपास की फिजा खुशनुमा बनती है, बल्कि हम बेहतर मानसिक, शारीरिक, सामाजिक जीवन जीने में भी सक्षम होते हैं। साफ तौर पर इसका लाभ हमें करियर की ग्रोथ के रूप में भी मिलता है।

1.

शादी होने के बाद पहली बार ससुराल जाते समय पप्पू का एक्सीडेंट हो गया...

एक्सीडेंट से बाइक वाले का पैर टूट गया...

बाइक वाले ने केस कर दिया

पहली पेशी पर जज ने पप्पू से पूछा-क्या सबूत है कि एक्सीडेंट के समय तुम गाड़ी स्लो चला रहे थे।

पप्पू-सर, मैं ससुराल जा रहा था।

जज आहें भरकर बोला-फिर तो स्लो ही चला रहा था।

पेनल्टी भर दो। तुम्हें सजा नहीं होगी।

तुम तो पहले से ही सजा काट रहे हो...बे पप्पू!

2.

पप्पू: लड़कों को उस समय सबसे ज्यादा गुस्सा आता है,

जब ऑटो में दो लड़कियों के बीच में एक लड़का बैठा हो और

तभी तीसरी लड़की के आने से ऑटो वाला बोले- "भाई तू आगे आजा"!!

3.

शादी के बाद पहली बार बहू रेसिपी बुक देखकर खाना बना रही थी...

सास (फ्रिज खोलती है ): अरे बहू ये मंदिर का घंटा फ्रिज में क्यों रखा है?

बहू: मम्मी जी, बुक में लिखा है कि इन चीज़ों को मिलाकर एक घंटा फ्रिज में रख दें।

सास बेहोश!

सभी हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हंसने से हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे दिल की बीमारियों की संभावना कम होती है। हम शारीरिक तौर पर भी हल्का महसूस करते हैं, जिससे हमारी याददाश्त भी बढ़ जाती है। खुश रहने वाले व्यक्ति से हर कोई मिलना और संबंध बनाना चाहता है। ऐसे लोग परिवार और समाज के साथ ऑफिस में भी अधिक लोकप्रिय होते हैं। सही समय पर सटीक जोक्स से आप बेरंग माहौल में भी रंग घोल देते हैं। इससे आपकी पर्सनैलिटी आकर्षक होती है और लोग आपकी तरफ खिंचे चले आते हैं।