विश्व जल दिवस में फेनेटिक क्लब के सदस्यों ने रोरो नदी की सफाई की
शहर की गंदगी नदी किनारे डाले जाने एवं नदी में जलकुंभी के भर जाने से चाईबासा की लाइफ लाइन कही जाने वाली रोरो नदी के ऊपर संकट पैदा हो गया है।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : शहर की गंदगी नदी किनारे डाले जाने एवं नदी में जलकुंभी के भर जाने से चाईबासा की लाइफ लाइन कही जाने वाली रोरो नदी के ऊपर संकट पैदा हो गया है। हालात ऐसी की नदी में पानी का बहाव भी नहीं देखने को मिलता है वही नदी में पानी के जमा रहने से अब दुर्गंध भी फैलने लगी है। गरीब तबके के लोगों को नहाने धोने एवं अन्य कामों के लिए मजबूरन इस नदी का ही इस्तेमाल करना पढड़ रहा है। रोरो नदी की बढ़ती समस्या को देखते हुए शहर के फेनाटिक क्लब ने नदी की साफ सफाई का बीड़ा उठाया है। विश्व जल दिवस के अवसर पर रोरो नदी को बचाने के लिए सोमवार को फेनेटिक क्लब के सदस्यों ने सचिव विनय निषाद के नेतृत्व में करणी मंदिर के नीचे लुपंगुटू पुलिया के पास सफाई अभियान शुरू किया। क्लब के लड़कों ने घुटनों तक दलदल के बावजूद नदी में घुसकर पानी में फैले जलकुंभी को साफ करने का प्रयास किया। इसके अलावा नदी में फैले अन्य गंदगियों को भी इन्होंने साफ किया। रोरो नदी में इस कदर जलकुंभी भरा हुआ है कि एक दिन के साफ सफाई अभियान से साफ करना मुश्किल है। लिहाजा फेनेटिक क्लब के सदस्यों ने प्रत्येक रविवार को नदी की सफाई करने का निर्णय लिया। साथ ही नदी को साफ रखने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। क्लब के सचिव विनय निषाद ने बताया कि पिछले कई वर्षों से रोरो नदी के ऊपर काफी संकट मंडरा रहा है। परंतु इस पर किसी का ध्यान अब तक नहीं गया है। रोरो नदी चाईबासा की लाइफ लाइन है। इसलिए जिला प्रशासन को भी इसको साफ रखने के लिए योजना बनानी चाहिए। इस अभियान में फेनेटिक क्लब के सदस्य सावन गोप, सनी, सुनील, अनमोल अक्षत, सूरज कुमार, अनमोल, युवराज, सावन कुमार, गार्दी, अंशुमन, सागर, ऋषि, आयुष, वेद प्रकाश, रौनक, उमेश, राहुल एवं सनी कुमार उपस्थित थे।