मानसिक रोग के लिए हमारी जीवनशैली जिम्मेदार : केके मिश्रा
जासं, चाईबासा : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में
जासं, चाईबासा : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में सदर अस्पताल में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कृष्णकांत मिश्रा ने पीसीपीएनडीटी से संबंधित कानूनी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि मानसिक रोग एक बीमारी है, इसका इलाज संभव है। मानसिक रोगियों को वह सभी अधिकार प्राप्त हैं जो भारत के नागरिक को प्राप्त हैं। मानसिक रोगों की जिम्मेदार हमारी बदली हुई जीवनशैली है। जिस तरह शरीर को चलाने के लिए व्यक्ति भोजन, व्यायाम व प्राणायाम करता है, उसी प्रकार अपने मन और बुद्धि को बौद्धिक खुराक देना भी जरूरी है। बौद्धिक खुराकके रूप में महापुरुषों के जीवन शैली को पढ़ना चाहिए। साथ ही वाट्सएप तथा फेसबुक जैसे सोशल मीडिया से दूर हटकर अपने परिवार को गुणवत्ता युक्त समय देना चाहिए। आत्महत्या मानसिक अवसाद का बृहद रूप है जो अस्थाई समस्या का अस्थाई समाधान है। इस अवसर पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को सचिव महोदय ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के संगठन एवं योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही प्राधिकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी एवं जरूरतमंदों तक जिला विधिक सेवा प्राधिकार की पकड़ सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि प्राधिकार का उद्देश्य समाज के निचले वर्ग तक निश्शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करना है। कार्यक्रम का संचालन पारा लीगल वॉलंटियर रेनू देवी एवं धन्यवाद ज्ञापन पारा लीगल वॉलंटियर मोहम्मद शमीम ने किया। इस अवसर पर सिविल सर्जन मंजू दुबे, पीएलवी पूजा गोप, स्वाति मुखर्जी, राजश्री घड़ाई, स्नेहलता संडिल, रवि ठाकुर, संध्या कूजुर, आलोकिता राम के अतिरिक्त सदर अस्पताल के पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।