शुरू हो गई बूंद बूंद पानी के लिए मशक्कत
संसू, चक्रधरपुर : गर्मी बढ़ते ही पेयजल स्त्रोतों का स्तर नीचे जाने लगा है। बदहाल चापाकल दम तोड़ रहे ह
संसू, चक्रधरपुर : गर्मी बढ़ते ही पेयजल स्त्रोतों का स्तर नीचे जाने लगा है। बदहाल चापाकल दम तोड़ रहे हैं, तो नदी-नाले, तालाब सूख रहे हैं। इससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। सुदूर गांवों की भौगोलिक पृष्ठभूमि जटिल होने के कारण लोगों को लंबी दूरी तय कर पानी लाना पड़ रहा है। प्रखंड के दर्जनों गांवों के ग्रामीण इस समस्या से जूझ रहे हैं। तपती दोपहरी में हलक तर करने को ग्रामीण मिलों दूरी तय कर पानी ला रहे हैं। ग्रामीणों के लिए बूंद-बूंद जल अब अमृत तुल्य हो गया है। प्रखंड के कारला, गेड़ेडीह, लादुरासाई, बाकीतापी के तीन टोले बुसुसाई, जागदासाई, मछुवा साई आदि गांवों के लोग पेयजल के लिए लंबी दूरी तय कर रहे हैं। पेयजल की तो ग्रामीण काफी मशक्कत के बाद व्यवस्था कर ही लेते है। लेकिन दैनिक कार्यो के निष्पादन के लिए गांव वाले दूषित जल का ही प्रयोग कर रहे हैं। जिसके कारण लोग कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।