चाईबासा में नक्सलियों का खूनी खेल: जमीन पर फिट किए जा रहे बम, जान गंवा रहे मासूम, एक और ग्रामीण की मौत
टोंटो थाना अंतर्गत लुईया गांव निवासी काण्डे लागुरी जंगल में पत्ता चुनने के लिए गया था कि तभी उसका पैर जमीन में फिट गए आईईडी पर पड़ गया और उसकी मौत हो गई। कोल्हान के जंगल में अब तक 10 निर्दोष ग्रामीणों की मौत हो चुकी है।
जासं, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलियों द्वारा पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए गए आईईडी बम की चपेट में आने से एक और निर्दोष ग्रामीण का मौत हो गई है। यह घटना नक्सल प्रभावित टोंटों थाना क्षेत्र के लुईया स्थित सीआरपीएफ कैंप से 5 किलोमीटर की दूरी पर घटी है। हालांकि, घटना बुधवार की है, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना गुरुवार को मिली। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम शव बरामद करने घटनास्थल के लिए रवाना हो गयी।
आईईडी पर पैर पड़ते ही शरीर के उड़े चिथड़े
मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित टोंटो थाना अंतर्गत लुईया गांव निवासी काण्डे लागुरी (उम्र 55 साल) बुधवार को जंगल में अपनी पत्नी के साथ पत्ता तोड़ने गया था। उसी दौरान पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा बिछाये गये आईईडी प्रेशर बम पर पैर पड़ते ही जोरदार धमाका हुआ और काण्डे लागुरी के चिथड़े उड़ गए।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
इसकी सूचना मिलते ही चाईबासा पुलिस एवं सीआरपीएफ बटालियन 193, 197 ने मिलकर ग्रामीणों के सहयोग से काण्डे के शव को पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेजा। इस दौरान सभी ने काण्डे लुईया की मौत पर दुख जाहिर किया है।
चाईबासा में नक्सलियों का आतंक
गौरतलब है कि नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से कोल्हान के जंगल में अब तक 10 निर्दोष ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। जबकि एक दर्जन से अधिक ग्रामीण घायल भी हुए हैं। नक्सलियों के इस कायराना हरकत के कारण बेकसूर ग्रामीण लगातार निशाना बन रहे हैं।
बताते चलें कि चाईबासा में बीते 11 जनवरी से जारी नक्सल विरोधी अभियान के मद्देनजर नक्सली पूरी तरह से बौखला गए हैं और इस तरह की इसी बात का सबूत है।
एक 10 साल के मासूम की भी हो चुकी है दर्दनाक मौत
बीते 18 मई को टोंटो थाना अंतर्गत रेंगड़ाहातु गांव में इसी तरह एक आईईडी बम की चपेट में आ जाने से एक महज दस साल के बच्चे की मौत हो गई थी। वह भी जंगल में पत्ता चुनने के लिए गया था। इसी दौरान पैर आईईडी पर पड़ जाने से वह ब्लास्ट हो गया और घटना स्थल पर ही बच्चे की मौत हो गई।