विधानसभा में सवाल करने पर नहीं मिलता सटीक जवाब : सरयू राय
झारखंड सरकार में विधानसभा की कार्यप्रणाली पर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने काफी असंतोष जाहिर किया है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : झारखंड सरकार में विधानसभा की कार्यप्रणाली पर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने काफी असंतोष जाहिर किया है। गुरुवार को चाईबासा पहुंचे सरयू राय ने परिसदन में पत्रकारों के समक्ष कहा कि विधानसभा सत्र में सवाल उठाने पर सटीक जवाब नहीं मिलता है। विधानसभा की जगह 10 रुपये का आरटीआइ करने पर ज्यादा जानकारी मिल जाती है। पिछली सरकार हो या वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री के पास आधे से अधिक विभाग का जिम्मा होता है। जब हम लोग विधानसभा में सवाल करते हैं तो उसका कभी पूरा जवाब नहीं मिलता है। वहां मौजूद अफसरों के द्वारा आधा अधूरा जवाब देकर छोड़ दिया जाता है। इस प्रकार के रवैये को सरकार को बदलनी होगी। कामकाज के तरीके को बदलकर ही राज्य का विकास किया जा सकता है। राय ने कहा कि विधानसभा में प्रश्नकाल को समाप्त कर दिया गया है। इस वजह से सरकार के दिए गए जवाब के बारे में हम सवाल ही नहीं कर पाते। इस बारे में सरकार को सोचना चाहिए। ऐसा ना हो कि विधानसभा का प्रभाव ही खत्म हो जाए। सरकार अपने मतलब के काम को विधानसभा सत्र में पास करा लेती है जबकि जनता के कार्य छोड़ दिए जाते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक साल में किए गए कार्याें के जवाब में सरयू ने कहा कि एक साल के कार्यकाल का आकलन इस कोरोना काल के संकट के समय करना उचित नहीं होगा। 8 महीना संक्रमण काल का रहा। मार्च तक सरकार क्या उपलब्धि दिखाती है, इसके बाद ही हम सब इसका आकलन करेंगे।