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सरकारी विद्यालयों को दोपहर तीन बजे तक खोलने का शिक्षकों ने किया विरोध

सरकारी विद्यालयों का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक करने का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है। इस विषय को लेकर गुरुवार को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की पश्चिमी सिंहभूम इकाई की एक बैठक टाटा कॉलेज कॉलोनी मध्य विद्यालय सदर चाईबासा में हुई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 08:15 AM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 08:15 AM (IST)
सरकारी विद्यालयों को दोपहर तीन बजे तक खोलने का शिक्षकों ने किया विरोध
सरकारी विद्यालयों को दोपहर तीन बजे तक खोलने का शिक्षकों ने किया विरोध

चाईबासा : सरकारी विद्यालयों का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक करने का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है। इस विषय को लेकर गुरुवार को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की पश्चिमी सिंहभूम इकाई की एक बैठक टाटा कॉलेज कॉलोनी मध्य विद्यालय सदर चाईबासा में हुई। बैठक में सदर एवं अन्य प्रखंडों के लगभग 200 शिक्षक मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि शिक्षा सचिव ने एक पत्र जारी किया है। इसके अनुसार सभी प्रकार के विद्यालयों का संचालन प्रात: 8:45 पूर्वाह्न से 4:00 अपराह्न तक कर दिया गया है। यह आदेश आपदा प्रबंधन के निर्देशों के विरोध में है क्योंकि अभी आपदा प्रबंधन के अनुसार विद्यालय में बच्चों के लिए कक्षाएं प्रात: 8:00 बजे से 12:00 बजे तक ही संचालित हो रही हैं और उन्हें मध्यान भोजन भी नहीं दिया जा रहा है। वहीं, शिक्षा सचिव के आदेशानुसार बच्चों के लिए भी विद्यालय प्रात: 9:00 बजे से अपराहन 3:00 बजे तक चलेगा जो कि कहीं से भी तर्कसंगत और उचित नहीं है।

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विधायक बोले, शिक्षकों की मांग जायज, शिक्षा मंत्री से करेंगे बात

बैठक के विषय में संघ के महासचिव उपेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षा सचिव के आदेश के विरोध में हुई बैठक में चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा भी उपस्थित थे । हम लोगों ने उन्हें एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है। विधायक ने यह आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा तथा उनकी मांगों को शिक्षा मंत्री तक पहुंचाया जाएगा क्योंकि यह आदेश कहीं से भी तर्कसंगत नहीं प्रतीत हो रहा है। दूर-दराज में पदस्थापित शिक्षकों के लिए भी इस आदेश के अनुसार कार्य करना काफी मुश्किल है तथा यह बच्चों के लिए भी उचित नहीं है क्योंकि बिना मध्यान भोजन के उन्हें इतनी देर तक रोकना एवं पढ़ाई करवाना कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है। विधायक ने उपायुक्त एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात करने और 27 नवंबर को शिक्षा मंत्री से बात कर इस आदेश को निरस्त कराने का हर संभव प्रयास करने की बात कही। उनकी इस पहल के लिए सभी शिक्षक वृंद उनके अत्यंत आभारी हैं।

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बैठक में ये शिक्षक थे मौजूद

बैठक में महेश सिंह, उपेंद्र कुमार, अनिल कुमार ,सुनील कुमार, राजदेव विश्वकर्मा,अनुपमा, मालती सिकू, शांति किरण किण्डो, लिली अनीता बैग, कान्ता बरजो, सविता कुंकल, दर्शनीय लागुरी,परमानंद पान, रविशंकर मिश्रा, संदीपन महंती ,वीणा पाल,अनीला सुंडी ,अरुण कुमार चंद्रा, मोहम्मद आरिफ, वसुधा कुमारी ,एमलेन बरजो,मालिबा सवैया, वैजयंती बानरा, रूनु प्रधान, आशुतोष कुमार सिन्हा, रामानुज कुमार सिंह, प्रवीण कुमार भद्र, वशिष्ठ कुमार प्रधान, रूबी हांसदा, एलिजाबेथ केरकेट्टा, हरिशंकर प्रसाद, संयुक्ता कुमारी ,शिरोमणि तिडू, राजेश कुमार महतो,गौर हरी महतो ,मनोज कुमार , जावेद कमर ,पुरुषोत्तम महतो तथा अन्य शिक्षक भी उपस्थित थे।


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