सरना और सनातन एक नहीं : वीरेंद्र
आदिवासी हो समाज युवा महासभा जगन्नाथपुर अनुमंडल कमेटी के संगठन सचिव वीरेंद्र बालमुचू ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बयान का विरोध करते हुए कहा कि सरना और सनातन एक नहीं है।
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : आदिवासी हो समाज युवा महासभा जगन्नाथपुर अनुमंडल कमेटी के संगठन सचिव वीरेंद्र बालमुचू ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बयान का विरोध करते हुए कहा कि सरना और सनातन एक नहीं है। आदिवासी संवैधानिक और विधिगत रूप से हिन्दू नहीं हैं। आदिवासी हिन्दू कानून का पालन नहीं करते हैं। मंदिर और मूर्ति की पूजा-अर्चना नहीं करते हैं। हम आदिवासी प्रकृति की उपासना और पूजा करते हैं। शंकराचार्य को धार्मिक ज्ञान के साथ संवैधानिक तथा आदिवासी विधि को भी जानकर इस तरह का बयान देना चाहिए। शंकराचार्य के इस बयान से यह प्रतीत होता है कि वह आदिवासियों को सनातन धर्म के नाम से हिन्दुत्व की ओर आकर्षित करने की साजिश कर रहे हैं। इसका आदिवासी हो समाज युवा महासभा कड़ा विरोध करती है ।