सतरंगी कला से संत मेरी का वार्षिकोत्सव हुआ रंगीन
संत मेरी विद्यालय के 52वें वार्षिक उत्सव के अंतिम दिन विद्यार्थियों ने अपनी कला के विभिन्न आयामों से उपस्थित अतिथियों और जनसाधारण को मंत्रमुग्ध किया।
संवाद सूत्र, बड़बिल : संत मेरी विद्यालय के 52वें वार्षिक उत्सव के अंतिम दिन विद्यार्थियों ने अपनी कला के विभिन्न आयामों से उपस्थित अतिथियों और जनसाधारण को मंत्रमुग्ध किया। दूसरे दिन का समारोह विद्यालय की बालिकाओं द्वारा स्वागत नृत्य के साथ आरंभ हुआ। तदोपरांत बिशप व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। इसके बाद एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर बच्चों ने समां बांध दिया। समारोह में देशभक्ति, हास्य, व्यंग्य, प्रेम, विद्यार्थियों की विभिन्न क्षेत्रों में सफलताएं अर्जन, सहित भिन्न-भिन्न प्रदेशों की नृत्य कला की प्रस्तुति के क्रम में वंदे मातरम, स्व. महमूद से लेकर अक्षय कुमार के गीतों पर नृत्य, रोमियो-जुलियट की प्रेम कथा और गुजरात, राजस्थान, पंजाब के नृत्य ने दर्शकों और अतिथियों का भरपूर मनोरंजन किया। वार्षिकोत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि चंपुआ प्रखंड पदाधिकारी नूपुर चांदगोठिया, सम्मानीय अतिथि बड़बिल तहसीलदार खिरोद चंद्र बेहेरा, बिशप बालेश्वर, डॉ. साइमन कैपुराम, विद्यालय की प्रधान शिक्षिका सिस्टर जेस मारिया सहित हजारों की संख्या में अभिभावकों और विद्यार्थी उपस्थित थे।