समाज को एकजुट करने को बनी चाईबासा मारवाड़ी सभा : पवन खिरवाल
चाईबासा मारवाड़ी सभा का चतुर्थ स्थापना दिवस शुक्रवार को स्थानीय होटल में मनाया गया। इस दौरान चाईबासा मारवाड़ी सभा का पुनर्गठन भी किया गया।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : चाईबासा मारवाड़ी सभा का चतुर्थ स्थापना दिवस शुक्रवार को स्थानीय होटल में मनाया गया। इस दौरान चाईबासा मारवाड़ी सभा का पुनर्गठन भी किया गया। इसमें संरक्षक अनूप कुमार सुल्तानियां व अनिल खिरवाल, अध्यक्ष पवन खिरवाल, महासचिव जयप्रकाश मुंधड़ा, उपाध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल, सिद्धगोपाल अग्रवाल, ललित शर्मा व मधुसूदन अग्रवाल, सचिव दीपक शर्मा, सुनील दोदराजका, मुकेश मोदी व पंकज चिरानियां, कोषाध्यक्ष पूरण चंद्र चौधरी, कानूनी सलाहकार लक्ष्मी नारायण मुंधड़ा को चुना गया है। कार्यकारिणी सदस्य में बाबूलाल विजयवर्गी, रमेश पसारी, दिलीप शर्मा, शिबू अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, कन्हैया लाल अग्रवाल, रविकांत भूत, मनोज अग्रवाल, संजीव खिरवाल, राधेश्या मुंधड़ा, राजीव खिरवाल, नटवर विजयवर्गी, आदित्य विक्रम शारडा को रखा गया है। इस दौरान सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने दायित्व की शपथ दिलाई गई। मौके पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष पवन खिरवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चाईबासा मारवाड़ी सभा का गठन 19 अप्रैल 2015 को विकट परिस्थिति में किया गया था। इसके गठन के समय भी समाज के कुछ लोगों ने प्रश्न खड़े किए थे। उनका तर्क था कि मारवाड़ी समाज नाम से कई संस्थाएं वर्षो से कार्यरत हैं। ऐसे में एक नई संस्था का औचित्य क्या है। उस समय भी हमारा जवाब था कि समाज के व्यक्ति अथवा परिवार पर अचानक जब कोई मुसीबत आती है तो सभी कार्यरत संस्थाएं अपने हाथ खड़े कर देती हैं। समाज में एकजुटता कैसे रहेगी, किसी न किसी को तो आगे बढ़कर अपने सामाजिक दायित्व को संभालना ही पड़ेगा। इसी उद्देश्य से मारवाड़ी सभा का गठन किया गया था। इससे पूर्व उपाध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा कि समाज की एकजुटता से ही समाज बढ़ता है। मारवाड़ी सभा को आगे बढ़ाना हम सभी का दायित्व है। उपाध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल, सिद्धगोपाल अग्रवाल व मधुसूदन अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उद्घाटन भाषण अनूप कुमार सुल्तानियां ने किया व मंच का संचालन कन्हैया लाल अग्रवाल ने किया। मौके पर विकास दोदराजका, कैलाश खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।