रेलवे ने रोका सोनुवा नहर पक्कीकरण का काम
सोनुवा के किसानों के लिए बहुप्रतीक्षित योजना सोनुवा नहर के पक्कीकरण का काम रेलवे ने रोक दिया है।
संवाद सूत्र, सोनुवा : सोनुवा के किसानों के लिए बहुप्रतीक्षित योजना सोनुवा नहर के पक्कीकरण का काम रेलवे ने रोक दिया है। सोनुवा बाजार होकर शशिकला की ओर जानेवाली मुख्य नहर में रेल पुलिया के पास से राजगांव की ओर जानेवाली ब्रांच नहर के काम पर रेलवे ने रोक लगा दी है। रेलवे ने नहर के कार्य को मंगलवार से यह कहकर रोक लगाया है कि नहर का काम रेलवे की जमीन पर हो रहा है। बुधवार को इस मामले में जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता सरोज कुमार सोनुवा पहुंचे। कार्यस्थल पर विभाग के पदाधिकारियों और कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मियों से जानकारी लेते हुए उन्होंने बताया कि रेलवे द्वारा अपनी जमीन पर नहर का कार्य होने का हवाला देते हुए राजगांव की ओर जानेवाले ब्रांच नहर का काम रोक दिया गया है। रेलवे के नक्शा के मुताबिक 62 फीट तक है रेल का जमीन, पर 131 फीट दूरी पर गाड़ा हुआ है पिलर
रेलवे द्वारा मंगलवार को काम रोके जाने के बाद विभाग के सहायक अभियंता सरोज कुमार ने रेलवे कार्यालय जाकर रेलवे क्षेत्र के जमीन विवरण का नक्शा लिया है। रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए गए नक्शा के आधार पर सहायक अभियंता ने बुधवार को यहां कार्यस्थल पर मापी करवाई। जिसमें रेलवे के नक्शा के मुताबिक कार्यस्थल के सामने रेल पोल संख्या 331/18 के पास रेलवे लाइन के बीच से 62 फीट तक रेलवे की जमीन है। लेकिन रेलवे द्वारा यहां रेलवे लाइन के बीच से 131 फीट दूरी पर अपना पिलर गाड़कर अपना क्षेत्र दिखाया गया है। कार्यस्थल के पास रेल पोल संख्या 331/20 के सामने नक्शा के मुताबिक 65 फीट तक रेलवे की जमीन है, लेकिन 140 फीट दूरी पर पिलर गाड़ा गया है। विभाग द्वारा मौके पर आसपास कई जगहों पर मापी की गई, जिसमें नक्शा के आधार पर अधिक दूरी पर पिलर गाड़ा हुआ मिला। इसपर सहायक अभियंता ने मौके पर बताया कि रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए गए नक्शा के मुताबिक रेलवे की जितनी जमीन है, उससे अधिक दूरी पर पिलर गाड़ा गया है, इसलिए रेलवे द्वारा अपनी जमीन का गलत दावा कर काम बाधित किया जा रहा है। सिचाई समिति के उपाध्यक्ष ने दी आंदोलन की चेतावनी
रेलवे द्वारा नहर का निर्माण कार्य रोके जाने की जानकारी मिलने पर मौके पर सोनुवा प्रखंड के सिचाई समिति के उपाध्यक्ष विमल प्रधान भी पहुंचे। मौके पर सहायक अभियंता से मामले की जानकारी लेते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि रेलवे द्वारा नहर का काम रोका जाना गलत है। काम शुरू नहीं हुआ तो क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर रेलवे के खिलाफ आंदोलन करेंगे।