Move to Jagran APP

चाईबासा-मालुका स्टेशन के बीच रेल लाइन पर फिर मिली बुजुर्ग महिला की लाश

चाईबासा-मालुका रेल लाइन पर डेढ़ माह में तीन बुजुर्ग महिलाओं की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। रेल लाइन पर लगातार मिल रही लाशों की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अभी तक नाकाम साबित हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 07:52 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 07:52 PM (IST)
चाईबासा-मालुका स्टेशन के बीच रेल लाइन पर फिर मिली बुजुर्ग महिला की लाश
चाईबासा-मालुका स्टेशन के बीच रेल लाइन पर फिर मिली बुजुर्ग महिला की लाश

संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : चाईबासा-मालुका रेल लाइन पर डेढ़ माह में तीन बुजुर्ग महिलाओं की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। रेल लाइन पर लगातार मिल रही लाशों की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अभी तक नाकाम साबित हुई है। शुक्रवार को रेलवे किलोमीटर संख्या 35/9/11 उलिहातु के पास एक महिला की रेलवे ट्रेक पर लाश मिली है। लाश को कब्जे में लेकर रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। रेलवे किलोमीटर संख्या 351 रेलवे लाईन के आसपास डेढ़ माह के अंदर यह तीसरी लाश मिली है। शुक्रवार को सुबह 6.30 बजे असिस्टेंट स्टेशन मास्टर को सुकरा फाटक के पास मालुका स्टेशन व उलिहातु के बीच रेंल पटरी के किनारे लाश पड़ी होने की सूचना ट्रेन चालक से मिली। उसके बाद रेल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के अनुसार ट्रेन की चपेट में आने से महिला का सिर सहित पैर बुरी तरह कट गया। लाश की पहचान उलिहातु निवासी जुनाई ¨सकु (55 वर्ष) के रूप में की गई। सूचना पाकर मृत महिला के परिजन रेलवे पटरी के समीप पहुंचे। मृत महिला की पहचान उनके बड़े बेटे बीर¨सह ¨सकू ने की। बीर¨सह ¨सकू ने बताया कि उसकी मां जूनाई ¨सकु गुरुवार रात से घर से लापता थी। सुबह पता चला कि मां का शव रेलवे पटरी पर पड़ा है। मां की दिमागी हालत थोड़ी ठीक नहीं थी। जानकारी हो कि इसी रेल क्षेत्र में पहली लाश 4 अक्टूबर, दूसरी लाश 4 नवंबर को तथा तीसरी लाश 16 नवंबर को मिली है।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK