साउथ एशियन ओपन कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर लौटी पूजा, चक्रधरपुर की है बेटी Chaibasa News
चक्रधरपुर की कराटे ब्लैक बेल्ट पूजा बेहरा ने साएथ एशियन ओपन कराटे चैंपिश्यनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपने शहर चक्रधरपुर के साथ-साथ झारखंड और अपने देश का नाम रोशन किया है।
चक्रधरपुर, रूपेश कुमार विक्की। चक्रधरपुर की कराटे ब्लैक बेल्ट पूजा बेहरा ने साएथ एशियन ओपन कराटे चैंपिश्यनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपने शहर चक्रधरपुर के साथ-साथ झारखंड और अपने देश का नाम रोशन किया है। इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन से चक्रधरपुर लौटने पर पूजा बेहरा का समाज के लोगों के अलावे उसके माता-पिता ने चक्रधरपुर स्टेशन में फुल गुलदस्ता भेंट कर उसका स्वागत किया।
स्टेशन में मौजूद आरपीएफ के जवानों ने भी पूजा बेहरा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। चक्रधरपुर जैसे छोटे से शहर से निकलकर पूजा बेहरा ने भूटान के थिम्पू शहर में 4 से 6 अक्तूबर को हुए साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप में भाग लिया। इस चैंपियनशिप में भारत, भूटान, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश के कराटे खिलाडियों ने भाग लिया। लेकिन पूजा बेहरा के कराटे कौशल के सामने सारे देश के कराटे खिलाड़ी पस्त हो गए। पूजा बेहरा ने सेमीफाइनल में नेपाल को पटखनी देकर फाइनल में जगह बनायी। उसके बाद फाइनल में पूजा बेहरा ने जबरदस्त कराटे कौशल का प्रदर्शन कर भूटान के खिलाड़ी को मात दे दी और गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया।
2017 से ले रही प्रशिक्षण
पूजा बेहरा वर्ष 2017 से कराटे की प्रशिक्षण ले रही है। उसमें कराटे की हर उंचाई को छूने की ललक है। उसके इस कला कौशल में रूचि को देख उसके माता-पिता भी उसका पूरा सहयोग कर रहे हैं। पूजा बेहरा का कहना है कि कराटे ना सिर्फ एक खेल है बल्कि इस खेल से आपका शरीर स्वस्थ और मजबूत रहता है। साथ ही यह एक ऐसा कला कौशल है जिससे खासकर महिला को आत्मरक्षा में सबल बनाता है। सरकार को इस खेल और इस खेल से जुड़े खिलाडी व एकेडमी को और सहयोग व प्रोत्साहन देने की जरूरत है । उसने कहा कि विदेशी धरती पर उसका यह पहला प्रदर्शन है। इससे उसमें काफी आत्मविश्वास बढ़ा है। आनेवाले दिनों में अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में वह इससे भी अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन करेगी। इधर माता-पिता भी पूजा बेहरा के प्रदर्शन काफी गौरान्वित हैं ।