नदी की दिशा बदलने का किसी को नहीं हैं अधिकार : दीपक बिरुवा
मेसर्स एसआर रूंगटा ग्रुप की ओर से ईचा-खरकाई (कुजू नदी) के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण को लेकर शनिवार को नाकाहासा गांव में जन जागरण अभियान चलाया गया।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : मेसर्स एसआर रूंगटा ग्रुप की ओर से ईचा-खरकाई (कुजू नदी) के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण को लेकर शनिवार को नाकाहासा गांव में जन जागरण अभियान चलाया गया। इस अभियान में रैयतों के आग्रह पर चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने भी शिरकत की। दीपक बिरुवा ने कहा कि नदी की दिशा बदलने का अधिकार किसी को नहीं है। पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रैयत जितेंद्र हेंब्रम ने कहा कि कंपनी जिस तरह काम कर रही है, इससे हमारा गांव, खेत डूबेगा। रैयत संतोष पान ने कहा कि घेराबंदी का विरोध करना ही चाहिए, सभी को मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। मुंडा बसंत नायक ने कहा कि विरोध नहीं करने से हम सभी का अस्तित्व खतरे में होगा। चढ़ाई पीड़ के 22 गांव मानकी शिवचरण पाड़िया ने कहा कि चढ़ाई पीड़ में कोई जबरन चढ़ाई करें, यह कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। चढ़ाई पीड़ के 22 गांव के लोग एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। विजेंद्र कुदादा ने कहा कि कंपनी नियम कानून को ताक में रखकर यह काम की है। टंगराई मुंडा मंगल सिंह पुरती ने कहा कि सरायकेला उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ ने कंपनी को कैचमेंट एरिया में काम पर रोक लगाने को कहा था। इसके बाद भी कंपनी द्वारा अब भी काम किया जा रहा है। विष्णु पुरती ने कहा कि पैसे के लालच में नहीं आना है। आदिवासियों को अपनी जमीन बचाना आता है। मानकी देवगम ने कहा कि बाढ़ आते ही पानी गांव की तरफ फैल रहा है। प्लांट का डस्ट नदी तट में डाला जा रहा है। बैठक में झामुमो केंद्रीय सदस्य सुभाष बनर्जी, आमोस पाड़िया, मानकी देवगम आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन मानकी सिद्धेश्वर डुबराज तियु और मन्ना कुदादा ने किया।