एनडीआरएफ की टीम ने बच्चों को बताया आपदा से निपटने का तरीका
राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल की ओर से मांगीलाल रुंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय में बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। एनडीआरएफ के एसआइ अशोक कुमार ने कहा कि हमारी एनडीआरएफ की टीम नौ बटालियन पटना की है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल की ओर से मांगीलाल रुंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय में बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। एनडीआरएफ के एसआइ अशोक कुमार ने कहा कि हमारी एनडीआरएफ की टीम नौ बटालियन पटना की है। हम लोगों को जागरूक करने के लिए खासकर बच्चों को प्राकृतिक आपदा और मानव जनित आपदा से निपटने के लिए जानकारी देने आए हैं। अचानक किसी प्रकार की आपदा आ जाए तो सबसे पहला काम करना है कि किसी प्रकार घबराए नही। कई बार आदमी डर और घबराहट में अपनी जान गंवा बैठता है। इसलिए कोई भी आपदा या घटना हो तो शांति से उससे निपटने के उपाय मन में लाएं। भूकंप आने पर घबराएं नहीं धीरे-धीरे घर से बाहर निकलने की कोशिश करें। ऊंचे भवन के नीचे से हटकर खुले मैदान में पहुंचे। बिजली के खंभों के आसपास नहीं रहें। उन्होंने कहा कि किसी को अचानक हार्ट अटैक हो जाए तो वह व्यक्ति छह मिनट तक जीवित रह सकता है। उस समय में सही तरीके से उपचार मिल जाए तो उनका जीवन बचने की संभावना 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। इसी प्रकार कोई व्यक्ति पानी में डूब निकले तो वह भी कुछ समय के लिए जीवित रहता है। लेकिन उसे भी समय पर उपचार मिले तो उनके भी बचने की संभावना काफी रहती है। इसके अलावा वज्रपात, सर्पदंश, रोड एक्सीडेंट, ब्लड कंट्रोल, लिफ्टिंग मुविंग, बाढ़ से बचाव आदि के बारे विस्तार से बच्चों को जानकारी दी गई। साथ ही बच्चों को इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए कहा गया, जिससे लोगों को आपदा के समय सुरक्षा मिल सके। इस मौके पर एनडीआरएफ के एएसआइ राम शंकर, दिलीप कुमार समेत अन्य मौजूद थे।