नहाय-खाय आज, छठव्रती घाटों पर दे सकेंगे अर्घ्य
लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ 18 नवंबर से शुरू हो जाएगा। 19 नवंबर को खरना और 20 नवंबर को छठव्रती अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे। वहीं 21 नवंबर की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रत खोलेंगे..
जासं, चाईबासा : लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ 18 नवंबर से शुरू हो जाएगा। 19 नवंबर को खरना और 20 नवंबर को छठव्रती अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे। वहीं, 21 नवंबर की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रत खोलेंगे। बुधवार को नहाय-खाय के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान करने के बाद नए वस्त्र धारण करेंगी। शाम को कद्दू- भात यानी सात्विक भोजन करेंगी। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की पंचमी यानी 19 नवंबर ( गुरुवार ) को खरना है। इस दिन व्रती महिलाएं पूरे दिन व्रत रखेंगी और शाम को भोजन करेंगी। शाम को चावल व गुड़ से खीर बनाकर खाएंगी। इसके साथ अपने सगे- संबंधियों और ईष्ट-मित्रों के बीच भी प्रसाद का वितरण किया जाएगा। इसके बाद 20 नवंबर को कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी यानी छठ है। उस दिन व्रती महिलाएं निर्जला व्रत रखेंगी। दोपहर बाद नये वस्त्र धारण कर नदी घाट, तालाब आदि के किनारे जाकर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करेंगी। 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रत खोलेंगी। छठ व्रत की तैयारी में व्रती जुट गई हैं। व्रती महिलाएं गेहूं सुखाने में जुट गई हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य सरकार ने गाइड लाइन जारी कर नदियों एवं जलाशयों पर छठ पर्व मनाने से रोक लगा दी है। जबकि छठ पर्व नदियों एवं जलाशयों के तट पर ही सम्पन्न होता है। जहां अस्ताचलगामी एवं उदीयमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने की परंपरा है। वैसे सरकारी आदेश हो या ना हो लोक आस्था का महापर्व छठ होना है इसकी तैयारी में व्रती जुट गई है। छठ पर्व पर 30 से 40 रुपये पीस बिका कद्दू
कद्दू (लौकी) 30-40 रुपये पीस
आलू 40 रुपये किलो
प्याज 60 रुपये किलो
अदरख 80 रुपये किलो
लहसुन 160 रुपये किलो
टमाटर 40 रुपये किलो
शिमला मिर्च 80 रुपये किलो
पटल 40 रुपये किलो
बंदगोभी 40 रुपये किलो
गाजर 60 रुपये किलो
खेखसा 60 रुपये किलो
कुदरू 30 रुपये किलो
बैगन 40 रुपये किलो
बिज 60 रुपये किलो
फूल गोभी 20-30 रुपये पीस
हरा मिर्च 100 रुपये किलो
धनिया पत्ता 150 रुपये किलो सरकारी गाइडलाइन के अनुसार होगी छठ पूजा
मंगलवार को सदर अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ शशींद्र कुमार बड़ाईक ने छठ पूजा को लेकर बैठक की। बैठक में सदर एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर सह सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी, मुफस्सिल थाना प्रभारी आशुतोष कुमार, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा उपस्थित थे। एसडीओ ने कहा कि झारखंड सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन का छठ पर्व पर पूरी तरह से पालन किया जाएगा। साथ ही करणी मंदिर स्थित रोरो नदी छठ घाट, कुम्हारटोली छठ घाट, पुलहातु छठ घाट व कुजू नदी के मुख्य छठ घाट को दुरुस्त कराया जाएगा। मंगलवार को सरकार की जारी गाइडलाइन के अनुसार अब छठ व्रति नदी, तालाब में अर्घ्य दे सकते हैं। इसके लिए विधिवत जिला प्रशासन की ओर से दंडाधिकारी व पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। रोरो नदी में श्रद्धालुओं ने बनाया अपना-अपना घाट
एक ओर चाईबासा के करणी मंदिर स्थित रोरो नदी में श्रद्धालुओं की ओर से घाट बनाया जा रहा है, तो दूसरी ओर राज्य सरकार की ओर से जारी नदी व तालाब में छठ पूजा नहीं करने को लेकर छठव्रतियों को परेशानी में डाल दिया है। जबकि बुधवार को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत हो जाएगी, लेकिन अभी तक यह नहीं तय हो पाया है कि छठव्रतियां अर्घ्य कहा देंगी। इसको लेकर श्रद्धालुओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। 60-150 रुपये की दर से बिके सूप
चाईबासा में मंगलवार को मंगलाहाट लगने के कारण सूप व दऊरा की खूब बिक्री हुई। सूप 60 रुपये से लेकर 150 रुपये तक बिक रहे थे। जबकि दऊरा 100 रुपये से लेकर 250 रुपये तक बाजार में बिका। सूप व दऊरा लेने के लिए छठव्रती मंगलाहाट बाजार पहुंचकर खरीदारी की।