चाईबासा शहर में एक दर्जन से अधिक लोग अवैध रूप से बेच रहे लॉटरी टिकट
चाईबासा शहर के विभिन्न मुहल्लों में लॉटरी का अवैध कारोबार दिन ब दिन फल-फूल रहा है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : चाईबासा शहर के विभिन्न मुहल्लों में लॉटरी का अवैध कारोबार दिन ब दिन फल-फूल रहा है। यहां पर लॉटरी टिकट के चक्कर में कई लोग अपनी गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर चुके हैं और कई इसके जाल में फंसे हुए हैं। वहीं लॉटरी टिकट बेचने वाले कारोबारी अच्छी कमाई कर रहे हैं। चाईबासा में लॉटरी टिकट बेचने वालों में मस्जिद मुहल्ला मदरसा के बगल निवासी अकबर उर्फ मंटू, भरत मेडिकल स्टोर के बगल में बिस्कुट दुकानदार अलताफ, रेलवे फाटक उस पार निवासी मो. आजाद उर्फ बुकालू व शेयाब, खप्परसाई निवासी मिराज, खप्परसाई निवासी मोची, फाटक पार जेएमपी चौक निवासी विनोद बोरावाला, डिलियामर्चा निवासी संदीप तियु, नीमडीह निवासी विकास मछुआ, नीमडीह निवासी विनय मुखर्जी व फाटक पार बुलेट अवैध रूप से लॉटरी के कारोबार में पूरी तरह से जुड़े हुए हैं। जब कभी इन अवैध लॉटरी विक्रेताओं पर पुलिस शिकंजा कसती है तो दो-चार दिन जेल की हवा खाने के बाद लौटते ही फिर से अपने कारोबार में जुड़ जाते हैं। इसका खामियाजा लॉटरी खेलने वालों को आए दिन भुगतना पड़ रहा है। ज्यादा पैसा कमाने की लालच में लॉटरी टिकट खेलने वाले अपने घरों की कमाई को पानी में बहा रहे हैं। इसके बाद परिवार के साथ रोजाना दो-चार होना पड़ रहा है। कभी-कभी तो लॉटरी खेलने वालों के घरों में ऐसी कलह उत्पन्न हो जाती है कि मारपीट तक की नौबत आ रही है। अवैध लॉटरी टिकट पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुड़ा, खड़गपुर सहित अन्य जगहों से सुबह-सुबह विभिन्न वाहनों से पहुंच रही है। चाईबासा आने के बाद बेचने वाले से लेकर खरीदार तक पहले से ही नजर गड़ाए बैठे रहते हैं। जैसे ही लॉटरी टिकट आया आराम से थैला से निकालकर खरीदार को दे देते हैं। लॉटरी टिकट रोजाना 4 से 5 बजे के बीच में आ जाता है। इसमें जिसकी लग गई उसकी तो बल्ले-बल्ले, जिसकी नहीं लगी वह निराश होकर अपने घर लौट जाता है।
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चाईबासा में पहले लॉटरी का खेल होता था। पिछले दिनों पुलिस ने धंधेबाजों को पकड़कर जेल भेज दिया। उसके बाद से यह बंद था। अगर अब भी कहीं लॉटरी हो रही है तो यह दूसरा ग्रुप है। इसकी जांच की जाएगी। इस धंधे से जुड़े लोगों को निश्चित रूप से सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
- दिलीप खालखो, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चाईबासा।