माता मारिया हमें अंधकार से दूर होने का देती हैं संदेश : बिशप फेलिक्स
संवाद सहयोगी, चाईबासा : कैथोलिक ईसाइयों का ऐतिहासिक तीर्थ स्थल खूंटपानीे में माता मारिया ग्रोटो के सामने 145 वां वार्षिक प्रार्थना समारोह आयोजन गुरुवार को किया गया। छोटानागपुर में सर्वप्रथम खूंटपानी के सात परिवारों के 28 सदस्यों का ईसाई धर्मावलंबी के रूप में बपतिस्मा ग्रहण करने की याद में हर वर्ष यहां धार्मिक महोत्सव मनाया जाता है।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : कैथोलिक ईसाइयों का ऐतिहासिक तीर्थ स्थल खूंटपानीे में माता मारिया ग्रोटो के सामने 145 वां वार्षिक प्रार्थना समारोह आयोजन गुरुवार को किया गया। छोटानागपुर में सर्वप्रथम खूंटपानी के सात परिवारों के 28 सदस्यों का ईसाई धर्मावलंबी के रूप में बपतिस्मा ग्रहण करने की याद में हर वर्ष यहां धार्मिक महोत्सव मनाया जाता है। महोत्सव में मुख्य अनुष्ठादाता रांची धर्म प्रांत के आर्च विशप फादर फेलिक्स टोप्पो ने हजारों मसीह विश्वासियों को उपदेश देते हुए कहा कि माता मारिया पिता ईश्वर और मानव के बीच मध्यस्थता कर्ता है। माता मारिया हमें प्रेम करती है और ¨चता करती है कि मानव अंधकार से दूर रहे। उन्होंने कहा कि संसार में पाप बढ़ गया है, इसलिए ईश्वर की आराधना जरूरी हो गई है। माता मारिया ज्योति है, इसे हमें ग्रहण करने की आवश्यकता है ताकि हम इस ज्योति से धार्मिक, बौद्धिक और मानवीय रूप से विकास करें। फादर माइकल देवगम ने चन्द्रमा और तारे के माध्यम से हमें मिलने वाली सूर्य की ज्योति का उदाहरण देते हुए मानव को दिव्यमान ईश्वर में अटल विश्वास रखने का आहवान किया ताकि हम अज्ञान के अंधकार से निकल सकें। इसके पूर्व चाईबासा महिला मंडली के आकर्षक नृत्य से मुख्य अनुष्ठादाता फादर फेलिक्स एवं अन्य पुरोहितों को माता मारिया के ग्रोटो तक अगुवाई किया गया।सर्वप्रथम ईसाई धर्म अपनाने वालों की याद में स्थापित स्मृति पत्थर को तेल, पानी, हल्दी और अरवा चावल से शुद्धीकरण किया गया। महोत्सव का उदघाटन फादर फेलिक्स ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हुआ। इस दौरान मालुका के विश्वासियों द्वारा सामाजिक एकता और स्वास्थ्य जीवन की कामना करते हुए धार्मिक बेदी से ईश्वर से प्रार्थना किये। जमशेपुर धर्म प्रांत के धार्मिक प्रशासक फादर अगस्टिन तोपनो ने खूंटपानी माता मारिया के आदर में भावपूर्वक प्रार्थना किया। महोत्सव में चाईबासा के अलावे चक्रधरपुर, जमशेदपुर, रांची, खूंटी, धनबाद, बोकारो, लोहरदगा, नोवामुंडी, मालुका, गुवा आदि जगहों के 70 पुरोहितगण समेत काफी संख्या में सिस्टर, ब्रदर, प्रचारक एवं ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए। धार्मिक अनुष्ठान का संचालन फ्रांसिस जेवियर देवगम ने किया और समारोह को भक्तिमय वातावरण प्रदान करने के लिए संजीव कुमार बालमुचू, रंजीत मुंडु व रोबिन बालमुचु की गीत मंडली ने सुंदर भक्ति गीत प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन कोल्हान के डीन फादर हालेन बोदरा ने किया।