बंदगांव के चम्पावा पंचायत से हुई आम पौधारोपण की शुरूआत
सिंहभूम के सुदूर इलाके के ग्रामीणों को आम बागवानी के माध्यम स
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : सिंहभूम के सुदूर इलाके के ग्रामीणों को आम बागवानी के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश हो रही है। इसी दिशा में सोमवार को लीड्स संस्था एवं महिद्रा एंड महिद्रा के संयुक्त तत्वावधान में बंदगांव प्रखंड के चम्पावा पंचायत के गांवों में आम बागवानी की शुरूआत की गई। इस कार्य में जिसमें महिद्रा एंड महिद्रा कंपनी की ओर से 2500 पौधे के लिए वित्त सहयोग कर रही है। लीड्स संस्था पौधारोपण अभियान को झारखंड के पांच जिलों में चला रही है। पश्चिमी सिंहभूम के अलावा लातेहार, लोहरदगा, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा। चम्पावा पंचायत के मुखिया सिबलान हेंब्रोम, आशुतोष जायसवाल, लीड्स से किष्टो मुंडरी, पूर्व जनप्रतिनिधि के द्वारा लोटा गांव के मनसा बोदरा और हेसाडीह गांव के सनिका बोदरा के कुल एक एकड़ जमीन में 100 आम पौधे लगाकर शुभारंभ किया गया। अगले 14 दिसंबर तक सभी 5 जिलों में कुल 2500 आम पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है। इस मौके पर मुखिया सिबलान हेम्ब्रोम ने कहा कि पेड़-पौधा प्राकृतिक सुंदरता का एक अहम हिस्सा है। मनुष्य से लेकर सभी जीव जंतुओं के लिए जीवन दायिनी है। जिसे देखते हुए सरकार द्वारा वायु प्रदूषण मुक्त कराने के साथ किसानों की आय को दोगुना करने, रोजगार सृजित कर पलायन को रोकने की उद्देश्य से मनरेगा योजना के तहत पेड़-पौधों को लगाने पर जोर दे रही है। इसी उद्देश्य से आज महिद्रा एंड महिद्रा कंपनी भी लीड्स के माध्यम से झारखंड के अनेकों जिलों में वृक्षारोपण का कार्य कर रही है। वहीं लीड्स संस्था के जिला कार्यक्रम समन्वयक आशुतोष जायसवाल ने कहा कि पेड़-पौधे लगाना धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यज्ञ करने के बराबर है। एक पेड़ एक पुत्र से बढ़कर होता है। जो बड़ा होकर हजारों लाखों लोगों को जीवन देने का काम करती है। लीड्स संस्था के सुनील हेम्ब्रोम ने उपस्थित सभी किसानों को आम बागवानी के बीच में इंटर क्रॉपिग खेती करने की जानकारी दी, उन्होंने कहा कि किसान अपने जमीन से आम के फल के साथ साथ साग, सब्जी उपजा कर अच्छी कमाई कर सकते है। मौके पर सिबलान हेम्ब्रोम, सुभाष हेम्ब्रोम, सिकन्दर मछुवा, मुनुरेन टोपनो, चम्बरा हपतगड़ा, कोलाय, दुर्गी हस्सा, सुसारी बड़ी, शशि मुण्डरी सहित गांव के अन्य किसान भी उपस्थित रहे।