जनसेवक के हत्यारोपी को आजीवन कारावास
संवाद सहयोगी, चाईबासा : तांतनगर ओपी अंतर्गत दड़िमा गांव के पास कुमारडुंगी के जनसेवक वीरे
संवाद सहयोगी, चाईबासा : तांतनगर ओपी अंतर्गत दड़िमा गांव के पास कुमारडुंगी के जनसेवक वीरेन्द्र मुंदुईया की गोली मारकर हत्या के आरोपी गो¨वद मुंदुईया को जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय रमाकांत मिश्रा ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसी हमले में मृतक के चचेरे भाई पचाय मुंदुईया के सिर में गोली लगी थी। इस संबंध में झींकपानी थाना क्षेत्र के हतनाबेड़ा गांव निवासी पचाय मुंदुईया ने 26 अगस्त 2012 को तांतनगर ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार पचाय मुंदुईया राजमिस्त्री का काम करता है। वह रोज की तरह रविवार को भी काम कर चाईबासा से अपने घर हतनाबेड़ा लौट रहा था। असुरा में पहुंच कर मूली का साग खरीदकर आगे की ओर जा रहा था कि हतनाबेड़ा के ही वीर ¨सह मुंदुईया, घनश्याम मुदुईया, बकरा मुंदुईया, विभीषण रोईदास, सूरा मुदुईया, जगदीश देवगम, सूबेदार मुंदुईया, गो¨वद मुंदुईया, मनोज मुंदुईया, विजय मुंदुईया व झींकपानी ताख्ता बाजार निवासी बबलू मुंडा ने उसे रोक लिया। बिना किसी बात के उसके साथ मारपीट करने लगे। गाली-गलौज करते हुए मोटर साइकिल में बैठने को कह रहे थे। तभी वीरेंद्र मुंदुईया वहां पहुंच गया। उसे भी डरा-धमका कर अपने साथ चलने को कहा। वे लोग किसी ओझा का पता पूछ रहे थे। दोनों को दड़िमा गांव के समीप एक पहाड़ के नीचे अवस्थित उंडुदा तालाब के पास लेकर पहुंचे। इन दोनों को कुछ समझ में आता तभी इन लोगों ने पिस्तौल निकाल ली। इनमें बकरा मुंदुईया ने वीरेन्द्र पर गोली चला दी। गोली लगते ही वीरेन्द्र वहीं ढेर हो गया। इसके बाद विभीषण ने पचाय मुंदुईया पर गोली चला दी। गोली मारने के बाद दोनों को तालाब में फेंक दिया। उसने किसी तरह तालाब से निकलने की कोशिश की तो पत्थर से उस पर वार किया। तालाब के बीचोंबीच शोर मचाने पर ग्रामीणों को जुटते देख सभी हमलावर वहां से भाग निकले।