वन विभाग ने जराईकेला से जब्त की 10 लाख की अवैध लकड़ी
पश्चिम ¨सहभूम के चक्रधरपुर अनुमंडल अंतर्गत जराईकेला से वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लकड़ियों से लदे एक दस चक्का वाहन को जब्त किया है।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : पश्चिम ¨सहभूम के चक्रधरपुर अनुमंडल अंतर्गत जराईकेला से वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लकड़ियों से लदे एक दस चक्का वाहन को जब्त किया है। जब्त लकड़ियों की कीमत खुले बाजार में करीब 10 लाख रुपये आंकी गई है। ट्रक में लगभग 200 पीस स्लीपर लदे थे। इस दौरान लकड़ी तस्कर व ट्रक चालक गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गए। शुक्रवार को चाईबासा में वन विभाग कार्यालय में सारंडा डीएफओ रजनीश कुमार ने मीडिया से जानकारी साझा की। बताया कि वन विभाग को जानकारी मिली कि जराईकेला से ओडिशा के लिए एक ट्रक साल के स्लीपर लदकर जा रहा है। इसके बाद तुरंत एक टीम बनाई गई जिसमें अधिकारी से लेकर पदाधिकारी व वन विभाग कर्मी मिलाकर 25 लोग शामिल थे। पेट्रो¨लग के दौरान मामला आया पकड़ में आया
डीएफओ ने बताया कि जराईकेला ओडिशा से पूरी तरह से जुड़ा हुआ है इसलिए तस्कर आसानी से सारंडा से अवैध तरीके से लकड़ी तस्करी कर लेते हैं। जब इनका वन विभाग की टीम पीछा करती है तो ओडिशा पुलिस व विभाग से सहयोग नहीं मिलने के कारण अवैध लकड़ी कारोबारी बच निकलते हैं। अवैध लकड़ी लदा ट्रक रायपुर निवासी अजीत कुमार यादव के नाम से पंजीकृत है। यह पंजीकरण 6 जनवरी 2007 को कराया गया था। रजिस्ट्रेशन की समाप्ति 22 जनवरी 2010 तक है। लकड़ी तस्करी का काम ओडिशा के झारबेड़ा से होता है। अवैध लकड़ी को छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में बड़े आराम से लकड़ी माफिया खपत कर देते हैं। डीएफओ ने बताया कि लकड़ी तस्करी करने के आरोप में वन भूमि से कटाई की धारा 26 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अवैध लकड़ी कारोबारियों की गिरफ्तारी के लिए वन विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही लकड़ी तस्कर पकड़े जाएंगे। सारंडा झारखंड-ओडिशा बार्डर का क्षेत्र है। लकड़ी तस्कर काम को अंजाम देकर ओडिशा में शरण स्थल बनाए हुए हैं। दोनों राज्यों की टीम जब तक समन्वय बनाकर इनपर अंकुश नहीं लगाएगी तबतक अवैध लकड़ी तस्कर अपने काम को अंजाम देते रहेंगे। इसके लिए दोनों राज्यों के वन विभाग व पुलिस विभाग मिलकर काम करेंगे तो ही सारंडा को हरा-भरा रखा जा सकता है।
- रजनीश कुमार, डीएफओ सारंडा।