इस स्कूल के बच्चे सहेजेंगे बारिश की हर एक बूंद
संवाद सूत्र जगन्नाथपुर बढ़ती जल की समस्या व दिन ब दिन निरंतर जल के घटते स्तर को देखते हुए जागरूकता एवं जल संचय का संदेश देते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिला के राजकीयकृत मध्य विद्यालय डांगोवापोसी के शिक्षक छात्र ने मिलकर एक अनूठी पहल शुरू की है।
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : बढ़ती जल की समस्या व दिन ब दिन निरंतर जल के घटते स्तर को देखते हुए जागरूकता एवं जल संचय का संदेश देते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिला के राजकीयकृत मध्य विद्यालय डांगोवापोसी के शिक्षक, छात्र ने मिलकर एक अनूठी पहल शुरू की है। विद्यालय परिसर में प्रधान शिक्षक के नेतृत्व व दिशा निर्देश पर एक प्रोजेक्ट तैयार कर जल संरक्षण एवं जल स्तर रिचार्जिंग उपकरण बैठाया जाएगा।
क्या है प्रोजेक्ट का उद्देश्य
विद्यालय में इस उपकरण को लगाने का उद्देश्य विश्व में बढ़ रहे जल स्तर के घटते समस्या के प्रति लोगो को सचेत करना है और जल संचय कर जल का सदुपयोग कराने का संदेश देना है।
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कैसे कार्य करेगा उपकरण
उपकरण को बनाने के लिए पाइप, जल संचय को पात्र, छोटे पत्थरों की आवश्यकता होगी। इसमें पाइप छत से जल संचय पात्र से जुड़ा रहेगा। उसके बाद एक जल संचय पात्र के अनुरूप एक गड्ढा किया जाएगा। जिसमें पत्थरों को पहले डाला जाएगा ताकि जल संचय पात्र धंसे नहीं और उन पत्थरों से जल रिसता हुआ भू गर्भ पर पहुंच जाए। जल संचय पात्र को उसमें बैठाया जाएगा। उसमें छोटे छोटे छिद्र भी होंगे।
यह उपकरण बारिश का पानी जो छत में जमा हो जाता है, उसको सीधे पाइप की सहायता से जल संचय पात्र में जमा करेगा। इसके पश्चात पात्र के छिद्रों की सहायता से यह जल जमीन तक पहुंचेगा। इसके अलावा इस जल का उपयोग शौचालय, बगीचों में भी किया जा सकता है। इस प्रकार जल स्तर बना रहेगा।
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दो दिन में हो जाएगा तैयार
प्रोजेक्ट को दो दिन के अंदर पूरा कर फिटिग कर लिया जाएगा। इस उपकरण को तैयार करने में स्कूल प्रधानाध्यापक विष्णुचरण प्रधान, सहायक शिक्षक राजन कुम्हार, एलईपी केंद्र के बच्चे अष्टमी गोप, जागृर्ति गोप, शिक्षिका नीतू कुमारी गोप, सीएम गोमा बोबोंगा, सीएफ रूपेश सरकार सहित अन्य का योगदान सराहनीय है।
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नेट से मिला इस प्रोजेक्ट का आइडिया : तरुण
इस प्रेजेक्ट के संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक विष्णु प्रधान ने बताया कि उनके सहयोगी शिक्षक राजन प्रधान को इस प्रोजेक्ट की जानकारी नेट के माध्यम से मिली। शिक्षक राजन प्रधान ने कहा कि हमेशा हमारा प्रयास रहता है कि विद्यालय हर क्षेत्र में बेहतर बने। इसी उद्देश्य से वाटर रिचार्जिंग उपकर बनाने का प्लानिग हुई। ताकी एक बुंद पानी भी बर्बाद न हो। बच्चों को इस प्रोजेक्ट से प्रेरणा मिले। कम से कम चार से पांच हजार की लागत में यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। विद्यालय पर्यावरण बचाव को लेकर भी सजग रूप से कार्य कर ही है।