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हार्डकोर नक्सली विमल गुड़िया के पास से मिले मोबाइल नंबरों से मिल सकते हैं अहम सुराग

चार माह के भीतर लगातार दूसरी बार चाईबासा जेल ब्रेक की साजिश को नाकाम करने में भले ही पुलिस कामयाब हो गई है मगर जेल के भीतर चल रही नक्सली गतिविधियों ने पुलिस के साथ-साथ जेल प्रशासन के भी होश उड़ा दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:57 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 07:57 PM (IST)
हार्डकोर नक्सली विमल गुड़िया के पास से मिले मोबाइल नंबरों से मिल सकते हैं अहम सुराग
हार्डकोर नक्सली विमल गुड़िया के पास से मिले मोबाइल नंबरों से मिल सकते हैं अहम सुराग

जागरण संवाददाता, चाईबासा : चार माह के भीतर लगातार दूसरी बार चाईबासा जेल ब्रेक की साजिश को नाकाम करने में भले ही पुलिस कामयाब हो गई है मगर जेल के भीतर चल रही नक्सली गतिविधियों ने पुलिस के साथ-साथ जेल प्रशासन के भी होश उड़ा दिए हैं। दोनों अपने-अपने स्तर से मामले की गहन जांच कर रहे हैं। छापेमारी के दौरान विमल गुड़िया के पास एक कॉपी से मिले करीब एक दर्जन मोबाइल नंबरों को पुलिस ने अपने स्तर से खंगाल रही है। सभी नंबरों को पुलिस के आइटी सेल के पास भेजकर सभी की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकाली गई है। बताया जा रहा है कि कुछ मोबाइल नंबर तो पारिवारिक हैं मगर कुछ नंबरों पर पुलिस को शक है। इस वजह से उनका अलग से अध्ययन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि सीडीआर के जरिए पुलिस को नक्सली संगठन से जुड़े कई अहम सुराग हाथ लग सकते हैं। सदर एसडीपीओ अमर पांडेय ने बताया कि हम लोग हर पहलु को देख रहे हैं। फिलहाल यही जानने की कोशिश की जा रही है कि विमल, रामा और उसके साथ बाहर किनसे-किनसे बात होती थी। उन सभी की पूरी स्कैनिंग की जा रही है। बंदी वार्ड से मिली कॉपी में दर्ज मोबाइल नंबरों को भी खंगाला गया है। जिन नंबरों पर पुलिस को शक है, उनका अनुसंधान गहन तरीके से किया जा रहा है। वहीं, जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा कि बंदी वार्ड के अंदर हम लोग लिखने-पढ़ने के लिए कॉपी, अखबार मंगवाते हैं। इनका इस्तेमाल नक्सली किस रूप में कर रहे हैं, यह देखना होगा। जहां तक जेल की सुरक्षा की बात है तो बाहर से किसी भी तरह का निषेद्य सामान जेल के भीतर जाने नहीं दिया जाता है। इसके बावजूद हमने गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को इस संबंध में कड़े निर्देश दिए हैं। अक्टूबर में हुई जेल ब्रेक की साजिश में संलिप्त थे तीन सुरक्षाकर्मी

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8 अक्टूबर 2018 में हुई चाईबासा जेल ब्रेक की साजिश में भाजपा नेता रामा पांडेय और जेल की सुरक्षा में लगे तीन सुरक्षाकर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई थी। इसके बाद पुलिस ने रमा पांडेय को गुवा स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया था जबकि जेल की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी खूंटी के हातुदानी निवासी विजय खलखो, तुनगांव बरटोली निवासी चामु मुंडा तथा कोटलो निवासी जुएल होरो को चाईबासा जेल परिसर स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था। ये चारों वर्तमान में चाईबासा मंडलकारा में ही बंद हैं।


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