सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से खुलेआम हो रहा बालू का अवैध कारोबार
मनोहरपुर थाना क्षेत्र के सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से अवैध बालू का उत्खनन और ढुलाई का कार्य बेरोकटोक जारी है। सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से बालू माफिया दिनदहाड़े ट्रैक्टर के माध्यम से बालू की ढुलाई कर व्यापार करने में लगे हुए हैं।
संवाद सूत्र, मनोहरपुर : मनोहरपुर थाना क्षेत्र के सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से अवैध बालू का उत्खनन और ढुलाई का कार्य बेरोकटोक जारी है। सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से बालू माफिया दिनदहाड़े ट्रैक्टर के माध्यम से बालू की ढुलाई कर व्यापार करने में लगे हुए हैं। बालू घाट से दर्जनभर वाहनों से रोजाना ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई जारी है। जबकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा अक्टूबर माह तक बालू उठाव पर रोक लगाया गया है। इसके बावजूद माफिया धड़ल्ले से दिन के उजाले में ही बेखौफ होकर बालू का अवैध कारोबार कर रहे हैं। इसके साथ ही बालू माफिया के द्वारा सिमेरता गांव के विभिन्न इलाकों में अवैध बालू का स्टाक किया जा रहा है जहां से बालू का उठाव जारी है। अक्टूबर माह के शुरू के दिनों में ही एसडीओ अभिजीत सिन्हा ने मनोहरपुर का दौरा कर विभिन्न बालू घाट का निरीक्षण किया था उन्होंने बालू के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने को लेकर कहा था कि मनोहरपुर प्रखंड के डोमलाई, धानापाली व गोपीपुर में चेकनाका लगाया जाएगा कहा था। इसके अलावे समय-समय पर अवैध बालू लदा वाहन भी जब्त किया गया। इसके बावजूद अवैध बालू कारोबारी बालू का अवैध तरीके से उत्खनन कर कारोबार करने में लगे हुए हैं। कोरोबारियों ने कोयल नदी से बालू निकालने के लिए नया घाट तलाश लिया है। अब मनोहपुर प्रखंड के सिमेरता कोयल नदी बालू घाट से बालू की अवैध निकासी, उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है। इस काम में दर्जन भर ट्रैक्टर सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जानकारी के अनुसार सिमेरता कोयल नदी घाट से बालू निकासी व ढुलाई को लेकर प्रशासन की निगाह से बचे रहने को लेकर उन्होंने समय तक निर्धारित कर रखा है। जिसमें तड़के 5 बजे से सुबह 8 बजे तक और शाम 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक का नदी से बालू वाहनों द्वारा निकाला जाता है।