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झारखंड के चाईबासा में पति ने पत्नी व बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर दे दी जान

Husband commits suicide. झारखंड के चाईबासा में पति ने पत्नी व बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 07:25 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 07:28 PM (IST)
झारखंड के चाईबासा में पति ने पत्नी व बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर दे दी जान
झारखंड के चाईबासा में पति ने पत्नी व बच्चे के साथ ट्रेन के आगे कूदकर दे दी जान

जागरण संवाददाता, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में मंगलवार की सुबह एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो साल के बेटे के साथ मिलकर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। पुलिस ने तीन शवों को घाघरी और ऊंचीकुटी गांव के बीच चाईबासा-पांड्राशाली रेल ट्रैक से बरामद कर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतकों में से एक की ही पहचान हो पाई है। मृतक का नाम सादो लोहार है। वो पांड्राशाली ओपी अंतर्गत गालूबासा गांव का रहने वाला है। अन्य दोनों शव उसकी पत्नी और बच्चे के हैं।

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मुफ्फसिल थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह हम लोगों को घाघरी और ऊंचीकुटी गांव के बीच रेलवे की डाउन लाइन पर तीन लोगों के शव पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर जाकर तीनों शवों को बरामद कर लिया गया। पुरुष मृतक के जेब से मिले आधारकार्ड के जरिए उसकी पहचान गालुबासा निवासी सादो लोहार के रूप में की गयी।

प्राथमिक जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसने अपनी पत्नी व दो वर्ष के बच्चे के साथ ट्रेन से कट कर जान दे दी। हम लोगों ने गालूबासा के मुंडा और मृतक के रिश्तेदारों को बुलाकर पूछताछ की है। कोई भी उसकी पत्नी व बच्चे का नाम नहीं जानता। इस संबंध में फिलहाल अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

कई दिनों से नोवामुंडी में रह रहा था सादो

सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े चचेरे भाई विक्रम लोहार ने बताया कि सादो कुछ दिन से गालुबासा छोड़ कर नोवामुंडी में बहन के घर रह रहा था। उसके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा को वो अपनी बहन के घर नोवामुंडी में छोड़ कर आया था। उसकी पत्नी व बच्चे का नाम नहीं जानते। वो पिछले कई दिनों से नोवामुंडी में ही रह रहा था। अचानक चाईबासा क्यों आया और पूरे परिवार के साथ कैसे ट्रेन के आगे आकर जान दे दी, हम लोगों को कोई जानकारी नहीं है।

रोजगार की तलाश में था सादो

सादो लोहार गांव में थोड़ा-बहुत लोहा पीटने का कार्य कर लिया गया था। लेकिन शादी होने के बाद वह परिवार के साथ अलग रहता था। कई दिनों से वो रोजगार की तलाश में भटक रहा था। दो बेटा होने के बाद उसके ऊपर जिम्मेदारी बढ़ गई थी।

बिजली मिस्त्री की हत्या के आरोप में सादो के पिता व तीन भाई जेल में हैं बंद

पांड्राशाली ओपी अंतर्गत गालुबासा में 20 फरवरी 2019 को घर में चोरी कर रहे अपराधियों को पकड़ने गये बिजली मिस्त्री रांदो बानरा की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में पुलिस ने एक सप्ताह बाद ही चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपितों में दिरजा लोहार, मोटू लोहार उर्फ गोमेया लोहार, डोबरो लोहार व दुनु लोहार शामिल थे। सादो लोहार भी इसी परिवार का सदस्य था। दिरजा, मोटू व डोबरो उसके भाई हैं। दुनु लोहार उसका पिता है। चारों के जेल में रहने के कारण ही सादो गांव छोड़कर अपने परिवार के साथ नोवामुंडी के तोड़ेतोपा में जाकर रह रहा था।

पांड्राशाली में बिजली मिस्त्री की हत्या के आरोप में सादो के पिता व तीन भाई जेल में बंद हैं। उक्त हत्याकांड में सादो की संलिप्तता नहीं थी। किन परिस्थितियों में सादो, उसकी पत्नी व बच्चे की मौत हुई पुलिस इसकी जांच कर रही है। अभी तक हम लोग इसे आत्महत्या ही मान रहे हैं।
-आशुतोष कुमार, मुफ्फसिल थाना प्रभारी।


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