चाईबासा में सजा गोकुल धाम, राधा-कृष्ण का रूप धर बच्चों ने बिखेरी मुस्कान
संवाद सहयोगी, चाईबासा : संस्कार भारती हमारी संस्कृति व संस्कार को बचाने के लिए बेहतर प्रया
संवाद सहयोगी, चाईबासा : संस्कार भारती हमारी संस्कृति व संस्कार को बचाने के लिए बेहतर प्रयास कर रही है। इससे छोटे बच्चों को अपने संस्कार को लेकर जानकारी मिलती है। यह बातें पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने पिल्लई हॉल में आयोजित कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमारा सनातन धर्म अजर-अमर है। हम सभी की पूजा करते हैं। खासकर बहनें करवा चौथ में चांद को देखकर पानी पीती हैं तो छठ में सूरज को अर्ध्य देकर पूजा करते हैं। हमारी संस्कृति सभी को एक सूत्र में बांध कर आगे बढ़ने का संदेश देती है। इस कृष्ण रुप सज्जा में सभी धर्म के बच्चे कृष्ण और राधा के वेश में पहुंचे है। यही हमारी एकता और संस्कार विश्व में दूसरों से अलग बनाती है। उन्होंने कहा कि हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित करते रहें क्योंकि कोई भी पूर्ण नहीं है। सब में कुछ न कुछ कमी जरुर है। जो कल रनर है आज विनर जरुर होगा। अपने बच्चों को पढ़ाई का ज्यादा बोझ नहीं डाले, क्योंकि इस आधुनिक युग में बच्चे अपने को समेटते जा रहे हैं। इन नन्हें बच्चों को बाहर में खुला खेलने के लिए छोड़ना चाहिए। जिससे उनमें शारीरिक व मानसिक विकास हो सके। संस्कार भारती ने जिस प्रकार बच्चों का उत्साह बढ़ाया है। इससे उनके अंदर नई उर्जा का संचार होगा। संस्कार भारती की अध्यक्ष डॉ. शशिलता ने कहा कि संस्कार भारती एक सामाजिक संस्था है जो प्रत्येक साल इस प्रकार का आयोजन विशाल स्तर पर करती है। इसके अलावा संस्था के द्वारा बच्चों को नृत्य, संगीत समेत अन्य प्रकार प्रशिक्षण भी देती है। जिससे बच्चों को आगे बढ़ने में मदद मिल सके। इस मौके पर विजेता व उप विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया।