18 साल से झोला छाप चिकित्सक बनकर पुलिस व ग्रामीणों की आंख में धूल झोंक रहा था जगत
टोंटो थाना की पुलिस के हत्थे चढ़े झोला छाप चिकित्सक जगत महतो को पुलिस ने कोविड-19 की जांच कराने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : टोंटो थाना की पुलिस के हत्थे चढ़े झोला छाप चिकित्सक जगत महतो को पुलिस ने कोविड-19 की जांच कराने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। 40 वर्षीय जगत महतो करीब 18 साल से पुलिस-पब्लिक की आंख में धूल झोंक कर माओवादी संगठन के लिए काम कर रहा था। पूछताछ में उसने स्वयं यह बात पुलिस को बतायी है। सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई थाना अंतर्गत डोरो गांव के जगत महतो ने टोन्टो थाना के पुरनापानी गांव में चौक पर ही अपना एक क्लीनिक खोल रखा था। उसने पुलिस को जानकारी दी है कि 8 दिसंबर 2020 को सरजोमगुटू में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में जंगल में भागने के दौरान दो-तीन नक्सली जख्मी हो गये थे। उसने उन लोगों का इलाज किया था। इसके अलावा जंगल में मलेरिया, डायरिया या अन्य बीमारी की चपेट में आने पर नक्सली इलाज के लिए उसको बुलाते थे। वो शीर्ष नक्सली नेता प्रशांत बोस का भी इलाज कर चुका है। इंटर पास जगत के नक्सलियों के लिए आंतरिक तौर पर काम करने की जानकारी आसपास के लोगों को नहीं थी। नक्सली समर्थक जगत को गिरफ्तार करने वाले टोंटो थाना प्रभारी सगेन मुर्मू ने बताया कि 13 अप्रैल को पुरनापानी के पास संदिग्धावस्था में देखकर जगत पर शक हो गया था। उससे जब पुलिस पूछताछ करने लगी तो वह घबरा गया। इससे पुलिस का शक और मजबूत हो गया। थैले की जांच की तो प्रतिबंधित नक्सल साहित्य व पर्चे मिलने से सारी बातें स्पष्ट हो गयीं।