मोदी-शाह की जोड़ी देश में करा रही पत्थरबाजी : पप्पू यादव
कश्मीर को नरेन्द्र मोदी इंडिया नहीं बना सके लेकिन इंडिया में सीएए लाकर कश्मीर जरूर बना दिया है। आज पूरे देश में पत्थरबाजी व आगजनी हो रही है। यह बातें शुक्रवार को बिहारी क्लब में संविधान बचाओ संघर्ष समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कही।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : कश्मीर को नरेन्द्र मोदी इंडिया नहीं बना सके, लेकिन इंडिया में सीएए लाकर कश्मीर जरूर बना दिया है। आज पूरे देश में पत्थरबाजी व आगजनी हो रही है। यह बातें शुक्रवार को बिहारी क्लब में संविधान बचाओ संघर्ष समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मिलकर देश को अव्यवस्थित कर दिया है। देश गलत दिशा में जा रहा है लेकिन वह अपनी मनमानी करने में लगे हुए हैं। कश्मीर में 370 धारा हटाई तो लगा कि कश्मीर अब इंडिया बन जाएगा। पांच माह से कश्मीर में लोगों की आजादी छिन चुकी है। कश्मीर इंडिया न बन सका लेकिन इन दोनों ने सीएए का बिल और एनआरसी, एनपीआर की घोषणा कर इंडिया को कश्मीर बना दिया है। एनआरसी देश में किसी भी हाल में लागू नहीं हो सकता है। कहा कि देश में अपना विचार रखने की भी आजादी नहीं दी जा रही है। जो विचार रखते हैं वह देशद्रोही की लाइन में खड़े हो जाते हैं। जेएनयू जैसे विद्या के मंदिर में छात्रों के ऊपर हमला किया जाता है, लेकिन एक सप्ताह के बाद भी अपराधी पकड़ में नहीं आए। दिल्ली में देश के गृहमंत्री के हाथ में पुलिस विभाग है। आप देश को किस प्रकार चलाएंगे। इसके सपोर्ट में कोई खड़ा होता है तो मोदी भक्त उस देश की मां-बेटी के ऊपर गंदे कमेंट करते हैं। देश को बांटने के लिए कइयों ने कोशिश की लेकिन संविधान में विश्वास जताने वाले गलत के खिलाफ आवाज नहीं उठाते हैं। आज मोदी-शाह की जोड़ी मुस्लिम के खिलाफ है। कल आदिवासी, सिख, ईसाई, दलित सभी इनके निशाने पर होंगे। मुस्लिम से प्रमाण पत्र परदादा के मांगते हैं, ताजमहल, कुतुबमीनार और लालकिला दिखाई नहीं दे रहा है क्या। भारत के मुस्लिम को जिन्ना पाकिस्तान बुला रहे थे लेकिन जो देश से मोहब्बत करता था वह देश को छोड़ कर नहीं गया। जिसने देश से प्यार नहीं किया 70 सालों तक उसे देश में लाने के लिए कानून बनाया जा रहा है। इस मौके पर मासूम रजा, फिरोज आलम, हाजी एकरामुल, फैयाज खान, शकील अहमद, अलाउद्दीन, अनफ जियान, शाहिद आलम, असगर अली, दानिश कमर, अंबर राय चौधरी, दीनबंधु बोयपाई, विवेक विशाल प्रधान, निसार अहमद, कुतुबुद्दीन खान, जंग बहादुर, मो. गुलजार, सन्नी संदीप, जानवी कुदादा, डोमा मिज, इकबाल अहमद समेत अन्य मौजूद थे।