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मध्याह्न भोजन कराया आठ बच्चों को और पंजी में चढ़ा दिया 46 का नाम

विद्यालय में बच्चों की उपस्थित संख्या आठ थी जबकि विद्यालय के भाई-बहन पारा शिक्षकों ने 46 बच्चों की उपस्थिति दर्ज कर ली थी। इ

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 07:57 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 07:57 PM (IST)
मध्याह्न भोजन कराया आठ बच्चों को और पंजी में चढ़ा दिया 46 का नाम
मध्याह्न भोजन कराया आठ बच्चों को और पंजी में चढ़ा दिया 46 का नाम

संवाद सूत्र, मझगांव : विद्यालय में बच्चों की उपस्थित संख्या आठ थी जबकि विद्यालय के भाई-बहन पारा शिक्षकों ने 46 बच्चों की उपस्थिति दर्ज कर ली थी। इसका खुलासा तब हुआ जब एक शिकायत के बदले में उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किडो ने मझगांव प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बुरामपदा का औचक निरीक्षण किया। शुक्रवार दोपहर लगभग 1. 30 बजे मझगांव बीडीओ जांच करने पहुंचे। जांच के क्रम में विद्यालय में मात्र आठ बच्चे मौजूद थे, उसमें से कई आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले हैं। मौके पर विद्यालय की प्रधान पारा शिक्षिका नगीना खातून उपस्थित थीं, जबकि भाई पारा शिक्षक मोहम्मद मुजतबा विद्यालय में अनुपस्थित पाए गए। उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बुरामपदा में 72 बच्चे नामांकित हैं। बच्चों की कम संख्या की जानकारी बीडीओ ने लिया। वहीं 46 बच्चों की गलत अनुपस्थिति पर शिक्षिका को फटकार भी लगाई। इसके बाद शिक्षिका ने अपने शिक्षक भाई को फोन कर बुलाया। उनके अलावा अन्य दो बड़े भाई भी विद्यालय पहुंचे। बीडीओ के पूछताछ पर शिक्षक-शिक्षिका जवाब ना दे सके। इस दौरान विद्यालय प्रबंधन समिति की गठित रजिस्टर भी विद्यालय में मौजूद नहीं थी। विद्यालय में फर्जीवाड़ा का आलम यह था कि बीडीओ के पूछताछ करने पर दोनों पारा शिक्षक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का नाम तक नहीं बता पाए। इससे साफ जाहिर होता है कि यह बच्चों को शिक्षा की जगह अपना धंधा चला रहे हैं, इसमें सबसे बड़ी लापरवाही शिक्षा विभाग की नजर आ रही हैं। क्योंकि बुरामपादा विद्यालय प्रखंड मुख्यालय से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर है। प्रखंड के कई नजदीक विद्यालय को बच्चों की उपस्थिति नहीं होने के कारण विलय कर दिया गया था, लेकिन प्रखंड शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की मिली भगत से इसे दूर रखा गया। यही नहीं स्थानीय लोगों ने जानकारी दिया कि गुरुवार को भी विद्यालय बंद था, इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने डीडीसी को दी थी इसके बाद विद्यालय में बीडीओ के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया जिसमें मामला सच पाया गया।

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उप विकास आयुक्त को किसी ने शिकायत की थी कि गुरुवार को विद्यालय बंद है। इसके बाद डीडीसी ने निर्देश दिया कि विद्यालय की जांच कर रिपोर्ट सौंपा जाये। जांच के क्रम में आठ बच्चे उपस्थित थे और 46 बच्चों की उपस्थिति दर्ज की गई थी, सारा जांच प्रतिवेदन जिला को सौंप दिया जाएगा।

- वीरेंद्र किडो, बीडीओ मझगांव।

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- गुरुवार को विद्यालय बंद का मुझे कोई लिखित आवेदन पारा शिक्षकों के द्वारा नहीं दिया गया था, वहीं शिक्षकों ने मुझे स्कूल से पांच किलोमीटर दूर मेला की जानकारी दी थी। शिक्षा विभाग को कोई आवेदन नहीं दिया गया है, आवेदन देने की बात सरासर झूठ है। विद्यालय के शिक्षकों पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

- शेख शकील अहमद, बीईईओ मझगांव।


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