मुख्यमंत्री स्वच्छता पुरस्कार को नामांकन करें विद्यालय : डीइओ
पश्चिम सिंहभूम शिक्षा परियोजना की ओर से स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ बच्चे को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर की अध्यक्षता में हुई।
संस, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम शिक्षा परियोजना की ओर से स्वच्छ विद्यालय, स्वच्छ बच्चे को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर की अध्यक्षता में हुई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीईओ ने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिला स्वच्छता के मामले में पहले भी बेहतर कार्य कर चुकी है। जिसमें सदर कस्तूरबा विद्यालय को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। हमें उससे सिखने की जरुरत है। इस बार चैलेंज ज्यादा है, क्योंकि हम पहले राष्ट्रीय पुरस्कार ले चुके हैं। हमें इस बार ज्यादा से ज्यादा स्कूलों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए नामांकन कराना है। इस बार सभी विद्यालय अपने स्वच्छता के बारे आन लाइन फार्म भरेंगे, इसमें पांच विषय पर 39 पाइंट को भरना है। जिसके बाद विभाग से जांच कराया जायेगा इसमें सही पाये जाने पर थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन किया जायेगा। इसी के आधार पर राज्य सरकार तय करेगा तो पुरस्कार के लिए चयन किया जायेगा। यूनिसेफ के बासिल टोप्पो ने कहा कि स्वच्छ विद्यालय, स्वस्थ बच्चे के अंतर्गत 39 सुचकों पर बिदुवार विस्तारित तरीके से मोबाइल एप्प के माध्यम से प्रोजेक्टर के द्वारा चर्चा किया गया। इसलिए सभी विद्यालय में मुख्यमंत्री विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार प्राप्ति के लिए विद्यालयवार पंजीकृत करने की तरीके तथा विद्यालय की सुचना अपलोड आनलाइन करना है। एडीपीओ अमीत मुखर्जी ने कहा कि विभाग की ओर से ज्यादा से ज्यादा स्कूलों को सूची में शामिल करने के लिए प्रयास किया जायेगा। विद्यालय में स्वच्छता बहुत जरुरी है, ऐसा नहीं कि हम पुरस्कार में नामांकन के लिए विद्यालय को स्वच्छ रखें। बच्चों के लिए विद्यालय में स्वच्छता का मानक बनाएं। विद्यालय में स्वच्छता मंत्री की बड़ी जिम्मेदारी होती है। वह विद्यालय के स्वच्छता के बारे सभी को प्रेरित करें। इस मौके पर एई उमेश सिन्हा, एपीओ अजय कुंडु, शशि वर्मा, आरईओ सुनील मिश्रा समेत सभी विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका, बीईईओ मौजूद थे।