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अब लंबाई व ऊंचाई से होगी कुपोषित बच्चे की पहचान

जागरण संवाददाता, चाईबासा : आंगनबाड़ी केंद्रों में अब कुपोषित बच्चों की पहचान लंबाई और ऊंचाई के आधार प

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 May 2018 08:58 PM (IST)Updated: Wed, 09 May 2018 08:58 PM (IST)
अब लंबाई व ऊंचाई से होगी कुपोषित बच्चे की पहचान
अब लंबाई व ऊंचाई से होगी कुपोषित बच्चे की पहचान

जागरण संवाददाता, चाईबासा : आंगनबाड़ी केंद्रों में अब कुपोषित बच्चों की पहचान लंबाई और ऊंचाई के आधार पर की जाएगी। इसके लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को स्टेडियोमीटर और इंफेंटोमीटर नामक दो उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। इन उपकरणों के प्रयोग को लेकर बुधवार को जिला परिषद सभागार में जिले की सभी सीडीपीओ और सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्मृति कुमारी की अध्यक्षता में संचालित हुआ। बतौर प्रशिक्षक कुपोषण उपचार केंद्र के अधीक्षक डॉ. जगन्नाथ हेंब्रम मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से 2016-17 में कुपोषित बच्चों को लेकर जो सर्वे रिपोर्ट जारी की गई है उसका आधार यही दो मानक हैं। स्टेडियोमीटर के जरिए आप 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे को खड़ा कर ऊंचाई नाप सकते हैं जबकि 2 साल से कम उम्र के बच्चे को लिटाकर लंबाई नापने के लिए इंफेंटोमीटर दिया जा रहा है। सभी सीडीपीओ इसके प्रयोग का प्रशिक्षण लेने के बाद अपने-अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़े आंगनबाड़ी कर्मी को इसका प्रशिक्षण देंगे ताकि सही तरीके से केंद्र में कुपोषित बच्चों की पहचान हो सके। जिले में 2330 आंगनबाड़ी कर्मियों को अगले चरण में इन उपकरणों के प्रयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां बता दें कि अभी तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर फीता व वजन के हिसाब से बच्चों में कुपोषण की पहचान की जाती थी। सरकार ने अब इसका मानक बदल दिया है।

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