पिता ने बच्चों के सामने ही मां को डंडे से पीट-पीटकर मार डाला
पश्चिम ¨सहभूम जिले में हत्या की घटना बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें हैवान पिता ने अपने घर का दरवाजा बंद कर बच्चों के सामने ही उनकी मां को पीट-पीटकर मार डाला।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : पश्चिम ¨सहभूम जिले में हत्या की घटना बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें हैवान पिता ने अपने घर का दरवाजा बंद कर बच्चों के सामने ही उनकी मां को पीट-पीटकर मार डाला। मृतका का नाम सावित्री दोराई (28) है। हत्यारोपित पति का नाम चम्बरा दोराईबुरू है। बताया जा रहा है कि मां को मारते देख तीनों बच्चे डर के मारे जोर-जोर से रोने लगे। दो बच्चों को तो धमकी देकर चुप करवा लिया पर कुछ दिन पहले हुए दूधमुंहे बच्चे को चुप नहीं करा पाने के कारण उसी लकड़ी के टुकड़े से पीट दिया। इस कारण खून से लथपथ बच्चा दर्द के कारण और जोर से रोने लगा तो हैवान पिता मृत मां के साथ तीनों बच्चों को छोड़कर घर को बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। वहां से ग्रामीण मुंडा के घर जाकर पत्नी को डंडे से पीटकर मार डालने की जानकारी दी। ग्रामीण मुंडा ने घटना स्थल जाकर जांच की तो घटना सही पाई। ग्रामीणों व पुलिस को घटना की सूचना देने के लिया जब मुंडा घटना स्थल से थोड़ा दूर गया तभी हत्यारा पिता वहां से फरार हो गया। घायल बच्चे को हत्यारे की बहन मृत पड़ी मां के शव से दूर कर अपने घर ले गई। घटना स्थल पर पुलिस ने पहुंचकर छानबीन करनी शुरु कर दी। इसी दौरान पुलिस को पता चला की हत्यारा गांव के ही किसी के घर में छुपा हुआ था। वहां पुलिस को आते देख गांव वालों व पुलिस को चकमा देकर गांव से जंगल की ओर फरार हो गया।
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कैसे घटी घटना
घटना टोंटो थाना क्षेत्र की तालाबुरु गांव की है। हत्यारोपी पति चम्बरा दोरायबुरु की तीसरी पत्नी चूनी दोरायबुरु जो तालाबुरु गांव के ही मुण्डा साई की रहने वाली है की शादी एक माह पूर्व जनवरी माह में चम्बरा के साथ हुई थी। यह उसकी तीसरी शादी थी। तीसरी पत्नी एक माह में ही चम्बरा के व्यवहार को देख कर झगड़ा करने पर वह घर छोड़कर चली गई। उसी बात को लेकर चम्बरा दोरायबुरु ने बुधवार के दिन अपनी 28 वर्षीय दूसरी पत्नी सावित्री दोरायबुरु उर्फ टुपसुरी दोरायबूरू के साथ झगड़ा व मारपीट किया था। उसी बात से नाराज होकर सावित्री घर में पति को बिना बताए छुपते हुए तीनों बच्चो को छोड़कर अपने फुफा के घर हेस्साहातु गांव चली गई। वहां से होते हुए वह अपनी मां के घर हाटगम्हारिया थाना क्षेत्र के इलिगाड़ा गांव के गोला साई चली गई। जहां दो दिन रहने के बाद बच्चों की ममता ने उसे वापस अपना घर खींच लाया। सावित्री मंगलवार को दोपहर तीन बजे अपने घर तालाबुरु वापस आई। आने के बाद फाटक में बैर बेचने चली गई। नशे की हालत में आकर चम्बरा दोरायबुरु फाटक के समीप बैर बेच रही दूसरी पत्नी सावित्री उर्फ टुपसुरी दोरायबुरु के पास जाकर सीधे लात घूसों से मारने लगा। सावित्री के बाल पकड़कर मरते हुए खींच-खींच कर एक किलोमीटर दूर स्थित अपने घर ले गया। घर पहुंचते ही लात-घूसों से मार-मार कर घर अंदर ले गया। दरवाजा बंद कर जलावन लकड़ी से मारने लगा। इसी में सिर के पीछे की ओर जोर से प्रहार लगने के कारण सावित्री ने घर में ही दम तोड़ दिया।
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पहली पत्नी भी व्यवहार से तंग आकर छोड़ गयी घर
चम्बरा की पहली पत्नी सुनिता दोरायबुरु जो की सेरेंगसीया की रहने वाली है करीब पांच वर्ष से चम्बरा के घर से अलग तालाबुरु गांव में ही बड़ी बेटी सुखमती के ससुराल में रह रही है। जानकारी मिली की हमेशा झगड़ा करने के कारण घर व चम्बरा को छोड़ दिया व पांच बच्चों के साथ बड़ी बेटी के घर में रहना शुरु किया।
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मां को सामने ही तड़प-तड़पकर मरते देख रहे थे तीन मासूम
हत्या के अभियुक्त के रूप में मां की मौत का नजारा देख रहे तीनों बच्चे बड़ा लड़का पांच वर्षीय रसीका दोरायबूरू, तीन वर्षीय जंगुवा दोरायबुरु व डेड़ वर्ष का जयपाल दोरायबुरु डर से रो रहे थे। आवाज से तंग आकर हैवान पिता ने तीनों को धमका कर चुप कराने का प्रयास किया। जिसमें दोनों बड़े बच्चे रसीका दोरायबूरू व जंगुवा दोरायबुरु डर से चुप हो गए परंतु डेढ़ वर्ष का छोटा बच्चा चुप नहीं हुआ।
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एक घंटा मां के शव के साथ बिलखते रहे बच्चे
बच्चे की रोने की आवाज से परेशान होकर पिता ने उसी डंडे से रो रहे बच्चे को भी मारा। मारने के कारण बच्चे के आंख के सामने गहरा जख्म हो गया। जख्म के दर्द से बच्चा और जोर से रोने लगा। तंग होकर घुस्सा से मृत पड़े मां के पास तीनों बच्चों को छोड़ बाहर से दरवाजा लॉक कर मुण्डा के घर घटना की जानकारी देने चला गया। एक घंटा तक बच्चे अपने मृत पड़े मां के साथ बांध दरवाजे में कैद रहे। काफी देर होने के कारण तीनों बच्चे अपने मां के शव के पास ही रोते-रोते सो गए थे। एक घंटा बाद हैवान पिता ग्रामीण मुण्डा मथुरा दोरायबुरु के साथ आकर घर आकर बच्चों को उठाया। मुण्डा ने घटनास्थल पर मृत पड़े सावित्री को देख ग्रामीणो व थाना को सूचना दी।
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मुंडा को पुलिस से बात करते देख फरार हुआ हत्यारा
मुण्डा को पुलिस से बात करते देख हत्यारोपी चम्बरा दोरायबुरु घटना स्थल से फरार हो गया। इधर, घर में शव के साथ बैठे तीनों बच्चों को फुफु बुरसु दोरायबुरु ने अपने घर ले गई। वहां खाना देकर तीनों को सुला दिया। छोटा बच्चा जयपाल दोरायबुरु दर्द के कारण नहीं सो पा रहा था। किसी तरह से सुला दिया गया। पुलिस घटना स्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर टोंटो थाना ले आई। बच्चों के फुफु बुरसु दोरायबुरु ने बताया की पैसा नहीं होने के कारण बच्चे का इलाज नहीं करवा पा रही है। जख्म में मक्खी बैठ रहे है। बच्चा अब भी दर्द के कारण रोता है। सुबह से अपने मां को खोज रहा है। किसी तरह से चुप करवाकर खाना खिलाऐ है। दोनों बच्चे उस घर में जाने से डर रहे है।
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बच्चों को चाइल्ड लाइन को सौंपने की तैयारी
टोंटो थाना क्षेत्र के तालाबुरू में हैवान पिता के द्वारा बच्चों के आंखों के सामने उनकी मां को मार दिया गया है। हत्या करने के बाद पिता चम्बरा दोरायबुरु गांव से फरार है।वर्तमान तीनों बच्चे अपने फुफु बुरसु दोरायबुरु के पास है। अत्यंत गरीब होने के कारण तीनों बच्चों को पालने में फुफु बुरसु असमर्थ है। घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस के झींकपानी प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष सह समाज सेवी जितेन्द्र गोप ने बुधवार के दिन घटना स्थल पहुंचकर घटना की जानकारी ली। मृतिका सावित्री के तीनों बच्चों को सहारा के लिए चाईबासा चाईल्ड लाईन सेन्टर में रखनें के लिए बच्चों के फुफु बूरसू दोरायबुरु से बात किया। साथ ही ग्रामीण मुण्डा से भी इस बारे में बात कर स्विकृती ले ली। बच्चों को चाईल्ड लाईन में रखने की बात को प्रखंड अध्यक्ष जितेन्द्र ने टोंटों थाना को भी जानकारी दे दी है। गुरुवार के दिन चाईल्ड लाईन केन्द्र चाईबाया दो पदाधिकारी तालाबुरु जाकर ग्रामीण मुण्डा व प्रशासन की उपस्थिती में बच्चों को चाईबासा ले जाया जाऐगा।
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मेरा भाई चम्बरा दोरायबुरु पहले से ही ऐसा है। हमेशा नशा करने के बाद गांव के या अपने पत्नीयों के साथ झगड़ा करता है। बीच में एक बार मेरे दोनों छोटे भाई झगड़ा करने से मना करने का प्रयास किए पर चम्बरा ने उन्हे तीर से मारने का प्रयास किया था। तब से जब भी झगड़ा करता है उसे कोई छुड़ाने नही जाता है। वह अपनी पत्नियों को दरवाजा बंद कर मारता है।
फोटो-14-बुरसु दोरायबुरु, हत्यारोपी की बहन।
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मंगलवार के दिन हम फाटक के सामने बेर बेच रहे थे। इसी दौरान सावित्री भी बेर बेचने आई थी। ठीक बेर बेचने के लिए निकाली ही थी कि उसका पति आकर उसे मारने लगा। बाल मे पकड़कर खींच खीच कर घर की तरफ ले गया।
फोटो-12-जिलगी देवगम, दुड़ीता निवासी
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घटना काफी निन्दनीय है। ऐसे लोंगों को कठोर से कठोर सजा देनी चाहिए। तीनो बच्चों का भविष्य अंधकार में ढकेल दिया है। गरीब परीवार होने के कारण खाने के तक लाले पड़ जाऐगें इसलिए मैनें चाईबाया स्थित चाईल्ड सेन्टर से बात कर तीनों बच्चों को वहां भर्ती करवाने को कहा।
फोटो-13-जितेन्द्र गोप, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष झींकपानी