कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में वन्दे उत्कल जननी से गूंज उठा बड़बिल
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आह्वान पर शनिवार संध्या 5.30 बजे कोरोना योद्धाओं के सम्मान में गाये गये गीत वंदे उत्कल जननी से पूरा बड़बिल शहर गूंज उठा। मंगलवार शाम 5.30 बजे बड़बिल स्थित गांधी मैदान में इस राज्य गान की व्यवस्था की गयी थी।
संवाद सूत्र, बड़बिल : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आह्वान पर शनिवार संध्या 5.30 बजे कोरोना योद्धाओं के सम्मान में गाये गये गीत वंदे उत्कल जननी से पूरा बड़बिल शहर गूंज उठा। मंगलवार शाम 5.30 बजे बड़बिल स्थित गांधी मैदान में इस राज्य गान की व्यवस्था की गयी थी। यहां सैकड़ों की संख्या में नगर के विभिन्न वर्ग के जनसाधारण, महिला संगठन, स्वयं सेवी संस्था के सदस्य समेत नगर के महिला और पुरुष सफाई कर्मचारियों ने एक स्वर भी गीत गाकर कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया। कांतकवि लक्ष्मीकांत महापात्र द्वारा लिखित वन्दे उत्कल जननी एक उड़यिा देशभक्ति कविता है और 1 अप्रैल 1936 में प्रदेश स्वतंत्र होने के बाद उक्त कविता को प्रदेश का राज्य गान बनाया गया। इस मौके पर आदिवासी विकास समिति प्रमुख पद्मश्री डॉ. तुलसी मुंडा, पूर्व नपा अध्यक्ष दिलीप कुमार मिश्रा, नपा कार्यकारी अधिकारी अभिषक पंडा प्रमुख शामिल हो सम्मानपूर्वक गान किया। यहां के अलावा बोलानी, चंपुआ समेत अन्य जगहों में भी शानदार तरीके से यह आयोजन किया गया।