ओडिशा में लौह अयस्क कारोबार में रुंगटा समूह की बादशाहत को झटका
देश में सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक ओडिशा में पहले चरण की ई-नीलामी की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गयी है। पहले चरण में कुल 19 लौह एवं मैगनीज अयस्क खदानों की नीलामी हुई है।
सुधीर पांडेय, चाईबासा : देश में सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक ओडिशा में पहले चरण की ई-नीलामी की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गयी है। पहले चरण में कुल 19 लौह एवं मैगनीज अयस्क खदानों की नीलामी हुई है। ई-नीलामी में सबसे ज्यादा खदानें जेएसडब्ल्यू स्टील के खाते में आयी हैं। वहीं, पहली बार होटल और एलपीजी गैस के व्यापार से जुड़ी कंपनियों ने भी नीलामी में भाग लेकर खदान अपने नाम की हैं। ई-नीलामी में सबसे बड़ा नुकसान चाईबासा मूल के लौह अयस्क कारोबारी एसआर रुंगटा समूह को हुआ। लौह अयस्क कारोबार में इस समूह की बादशाहत अब नहीं रह गयी है। ई-नीलामी में इस समूह के हाथ से खुद की आठ खदानें निकल गयी हैं। कंपनी अपनी एक भी खदान को नीलामी में वापस हासिल नहीं कर पायी। ओडिशा में अब रुंगटा समूह के पास मात्र दो खदान ही बची हैं। केजेएस आहलूवालिया के हाथ से भी दो खदान चली गयी हैं। आहलूवालिया के पास अब ओडिशा में एक भी माइंस नहीं बची है। इस बीच सेराजुद्दीन, मेसर्स जीएस मिश्रा एंड सन्स और पटनायक मिनिरल्स जरूर एक-एक खदान अपने नाम करने में सफल रहे। यहां बता दें कि ओडिशा सरकार ने पहले चरण में 31 जनवरी से लेकर 18 फरवरी तक 19 लौह एवं मैगनीज अयस्क खदानों को ई-नीलामी के लिए सूचीबद्ध किया था। पहले चरण में सबसे ज्यादा सात माइंस रुंगटा समूह की ई-नीलामी में सूचीबद्ध थीं। काफी महत्वपूर्ण सभी 7 खदानों के चले जाने से समूह के पास अब केवल 2 खदान ही बची हैं। अब दूसरे चरण में अगले दो तीन सप्ताह में दो अन्य खदानों की नीलामी होनी है।
------------------------
होटल व्यवसाय व एलपीजी कारोबार से जुड़े उद्यमी भी खदान लेने में रहे सफल
ओडिशा में पहली बार आयरन एंड मैगनीज ओर का आनलाइन ई-आक्शन हुआ। यह सभी के लिए खुला था। इसका फायदा उठाते हुए होटल और एलपीजी गैस के कारोबार से जुड़ी कंपनियों ने भी अपनी किस्मत आजमायी और बड़ी बोली लगाकर खदान हासिल की है। विशाल एलपीजी ने 142.35 फीसद प्रीमियम पर बोली लगाते हुए नदीडीह रेंगालीबेड़ा व नदीकासिरा आयरन एंड मैगनीज माइंस को हासिल किया है। इसी तरह होटल व्यवसाय से जुड़े डी बेहरा ने दो माइंस अपने नाम की हैं। डी बेहरा ने अपने नाम से रुंगटा समूह की सिलजोड़ा कालीमाटी आयरन व एंड मैगनीज ओर व जारीबाहाल आयरन ओर माइंस को काशवी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हासिल की है।
---------------------
ब्लाक का नाम पहले ये थे लीजधारी अब ये बन गये मालिक
1. नुआगांव आयरन ओर केजेएस अहलूवालिया जेएसडब्ल्यू स्टील
2. नारायणपोसी आयरन एंड मैगनीज ओर मेसर्स एएमटीसी प्राइवेट लिमिटेड जेएसडब्ल्यू स्टील
3. ठाकुरानी आयरन ओर माइंस मेसर्स केपी इंटरप्राइजेज आर्सलर मित्तल
4. बालदा आयरन ओर माइंस मेसर्स सेराजुद्दीन एंड कंपनी सेराजुद्दीन
5. गनुआ आयरन ओर माइंस पीके अहलुवालिया जेएसडब्ल्यू स्टील
6. जिलिग लंगालोटा आयरन ओर माइंस मेसर्स एस्सेल माइनिग एंड इंटस्ट्रीज श्याम मिनिरल्स
7. जजांग आयरन ओर माइंस मेसर्स रुंगटा माइंस लिमिटेड जेएसडब्ल्यू स्टील
8. रोईड़ा-2 आयरन ओर माइंस केएन राम एंड कंपनी नरभेराम पावर एंड स्टील
9. महुलसुखा आयरन एंड मैगनीज माइंस मेसर्स एएमटीसी लिमिटेड पटनायक मिनिरल्स
10. नदीडीह आयरन ओर मेसर्स बीआइको लिमिटेड फोमेंटो
11. गोरुमुहासिनी आयरन ओर माइंस मेसर्स जीएस मिश्रा एंड संस जीएस मिश्रा एंड संस
12. नदीडीह रेंगालबेड़ा व नदीकासिरा आयरन एंड मैगनीज माइंस मेसर्स फीग्रेड एंड कंपनी विशाल एलपीजी
13. कोलमोंग आयरन एंड मैगनीज ओर मेसर्स रुंगटा माइंस लिमिटेड यजदानी स्टील
14. सिलजोड़ा कालीमाटी आयरन व एंड मैगनीज ओर - मेसर्स एमएल रुंगटा डी. बेहरा
15. जारीबाहाल आयरन ओर - काशवी प्राइवेट लिमिटेड
16. तेहराई आयरन एंड मैगनीज ओर - बोनाई इंडस्ट्रीय कंपनी लिमिटेड तरम्मा अपार्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड
17. जुरुरी आयरन ओर - कलिगा माइनिग कारपोरेशन मां जगत जननी इंटरप्राइजेज
18. काटासाही मैगनीज ओर - रुंगटा माइंस प्राइवेट लिमिटेड अग्रसेन स्पंज
19. कांथर-कोइड़ा मैगनीज ब्लाक - रुंगटा माइंस प्राइवेट लिमिटेड आनंद एक्सपोर्ट