गोइलकेरा प्रखंड के कार्डधारी राशन के लिए पहुंचे डीसी के दरबार
जासं, चाईबासा : नक्सल प्रभावित गोइलकेरा की
गांव की सरकार
गुरुवार को जनसमस्याओं का पुलिंदा लिए उपायुक्त अनन्य मित्तल से मिलने पहुंची। गांव की सरकार में गोइलकेरा के जिला परिषद सदस्य के अलावा विभिन्न पंचायतों के मुखिया व पंचायत समिति सदस्य शामिल थे। गोइलकेरा मुखिया संघ के अध्यक्ष सह कुईड़ा पंचायत के मुखिया डा. दिनेश चंद्र बोयपाई के नेतृत्व में इन पंचायत प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर जनसमस्याओं के समाधान की मांग की। ज्ञापन में पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि पूरे प्रखंड में पिछले एक साल से कार्डधारियों को राशन नियमित रूप से सही मात्रा में नहीं मिल रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे ठीक किया जाए। बालू घाटों से बालू के उठाव पर फिलहाल प्रतिबंध है।
इससे सरकारी तथा गैर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में मुश्किलें आ रही हैं। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना, पीसीसी सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, निजी आवास, आंगनबाड़ी भवन आदि शामिल हैं। गोइलकेरा स्थित थाना परिसर से लेकर बालिका उच्च विद्यालय तक एक किलोमीटर लंबी सड़क बेहद जर्जर हो चुकी है जिससे आने-जाने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इसकी मरम्मत कराई जाए। इसके अलावा सोनुवा प्रखंड के टुनिया से लेकर गोइलकेरा प्रखंड के आमराई कितापी तक जर्जर हो चुकी डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क भी मरम्मत की मांग की है। उपायुक्त से मिलने वालों पंचायत प्रतिनिधियों में ज्योति मेराल, शिव रतन नायक, निरूमनी कोड़ाह, प्रधान गुईया, सोमवारी बाहंदा, गणेश बोदरा, सुनीता मेराल, द्रोपदी पुरती, उदय चेरवा, रानी कुई, बुधन सिंह पुरती, चांदमनी बोयपाई समेत अन्य शामिल थे।
उपायुक्त से राहत सामग्री उपलब्ध कराने का आग्रह
गत दिनों लगातार हुई मूसलाधार वर्षा होने के कारण मंझारी प्रखंड के विभिन्न गांवों के कच्चे मकान टूट गए। मामले को लेकर मंझारी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने गुरुवार को उपायुक्त अनन्य मित्तल से मुलाकात कर पीड़ितों को तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराने का आग्रह करते हुए मेरोमहोनर पंचायत अंतर्गत गितिलपी गांव के टोला केडाहाडी निवासी जेमा कुई, गुरुचरण कुंकल, तिरसी कुंकल, घासीराम कुंकल, बिनुसिंह कुंकल, नांदी बिरुवा को भीमराव अंबेडकर आवास उपलब्ध कराने की मांग रखी। माधव चंद्र कुंकल ने उपायुक्त को अवगत कराया कि जेमा कुई 71 वर्षीय विधवा है और इनके साथ चार बच्चे हैं, जिनको रहने के लिए घर तक नहीं है। इनकी दयनीय स्थिति को देखते हुए तत्काल मदद सामग्री उपलब्ध कराने का आग्रह किया।