चंपू और स्वाति का कोलकाता में होगा ऑपरेशन
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : दो बच्चियों के मलद्वार नहीं है। पेशाब करने में भी कभी तकलीफ होती है।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : दो बच्चियों के मलद्वार नहीं है। पेशाब करने में भी कभी तकलीफ होती है। आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते पिता उनका इलाज नहीं करा पा रहे थे। बंदगांव प्रखंड की भरंडिया गांव निवासी तीन वर्षीय चंपू गागराई पिता रामदास गागराई तथा चक्रधरपुर प्रखंड के सागिपी गांव निवासी आठ वर्षीय स्वाति मुंडा पिता जगतपाल मुंडा ग्राम हैं। दोनों ही बच्चियों के मल द्वार नहीं है और पेशाब करने में भी उन्हें बहुत तकलीफ होती है। आर्थिक रूप से कमजोर तथा गरीबी के कारण अबतक इलाज नहीं करा पा रहे थे। जब दोनों बच्ची के पिता को पता चला, तो दोनों ने सुमिता होता फाउंडेशन के अध्यक्ष सदानंद होता से मिले और जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पीयरलेस अस्पताल के मार्के¨टग ऑफिसर पार्थ बनर्जी से संपर्क कर बच्ची के इलाज अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर में पीयरलेस अस्पताल द्वारा आयोजित जांच शिविर में लेकर आने को कहा। शिविर में डॉक्टर मोइनाक पाल ने दोनों बच्चियों को देखने के बाद पीयरलेस अस्पताल कोलकाता के डाक्टर संघमित्रा भट्टाचार्य से दिखाने के लिए कहा। बताया कि वे पेडियाट्रीक सर्जन हैं और उनके द्वारा ही ऑपरेशन होगा। सदानंद होता दोनों को लेकर कोलकाता पहुंचे व डाक्टर संघमित्रा भट्टाचार्य दिखाया। उन्होंने कहा कि इन दोनों बच्चियों का ऑपरेशन तीन स्टेज में होगा। सदानंद होता ने कहा कि जितनी जल्दी इस्टीमेट तैयार कर दीजिएगा, उतनी जल्दी झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी सहयोग निधि स्वीकृति कराकर ऑपरेशन के लिए राशि आवंटित कराई जाएगी। जिससे इन गरीब परिवार की बच्चियो को इस बीमारी से सदा के लिए निजात मिल सके।