वाहनों की तेज गति से लोग परेशान
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चाईबासा-रांची मुख्य मार्ग पर गाड़ियों के चलने की कोई गति निध
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चाईबासा-रांची मुख्य मार्ग पर गाड़ियों के चलने की कोई गति निर्धारित नहीं है। जिस वजह से भारी वाहनों के साथ-साथ यात्री बस भी तीव्र गति से चलाई जाती हैं। वैसे प्रशासन की नींद तो किसी दुर्घटना के बाद ही खुलती है, लेकिन खामियाजा तो आम जनता को ही भुगतना पड़ता है। शहर के अधिकांश विद्यालय यथा मारवाड़ी उवि, महात्मा गांधी उवि, कारमेल उवि, उर्दू टाउन उवि, शिशु मंदिर, उत्कलमणि उवि आदि मुख्य मार्ग के किनारे ही अवस्थित हैं। इन विद्यालयों के इर्द-गिर्द गुमटी ठेलों के कारण सड़क भी ज्यादा अतिक्रमित है। नगर में न तो वाहनों की अधिकतम गति सीमा निर्धारित है और न ही मापदंडों के अनुरूप गति अवरोधक बनाए गए हैं। जहां-तहां मनमाने ढंग से बनाए गए गति अवरोधक आम लोगों के लिए राहत कम परेशानी का सबब ज्यादा हैं। किसी भी विद्यालय के समीप पथ निर्माण विभाग ने गति अवरोधक बनाना मुनासिब नहीं समझा। खास तौर पर रांची की ओर से आने वाली बसों की गति इतनी तीव्र होती है कि दुर्घटना होने की स्थिति में किसी का बच पाना काफी मुश्किल साबित हो सकता है। वर्तमान समय में वाहनों की गति को नियंत्रित करना अति आवश्यक हो गया है, क्योंकि इन विद्यालयों के लगभग तीन हजार छात्र-छात्राएं मुख्य मार्ग से ही आना-जाना करते हैं।