मनुष्य का गंतव्य ईश्वर प्राप्ति है : भास्कर शरण
संवाद सूत्र, गुवा : सत्संग विहार बड़ाजामदा में परम प्रेममय श्रीश्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का 131व
संवाद सूत्र, गुवा : सत्संग विहार बड़ाजामदा में परम प्रेममय श्रीश्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का 131वां जन्म दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम सत्संग के साथ प्रात: 5 बजे शुरू हुआ। इसके बाद श्रीश्री ठाकुर जी के धार्मिक ग्रंथों से पाठ किया गया। इस दौरान भजन- कीर्तन का कार्यक्रम भी चलता रहा। कीर्तन मंडली के कार्तिक दास, कृपा विभव, कृष्ण सुंदर और आरती देवी के भजनों का भक्तों ने भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भास्कर शरण ने कहा कि मनुष्य का गंतव्य ईश्वर प्राप्ति है। भक्ति के जरिए आत्मिक, परिवार, समाज और देश का नियंत्रण किया जा सकता है। मानवीय भावनाओं से प्रेम का संचार होता है। मानव को एकजुटता बना प्रेम का संचार करना चाहिए। ठाकुर अनुकूल चंद्र जी किसी एक के लिए नहीं, बल्कि सबके लिए हैं। उन्हें अनुभव करने के लिए उनके रूप को समझना होगा। ब्रह्म जिज्ञासा की स्थिति में अभावग्रस्त मानव ईश्वर की तलाश करता है। रित्विक अमरनाथ ठाकुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि ज्ञान के अभाव में मानव दुख पाता है। ठाकुर अनुकूल चंद जी मानव के सभी भावनाओं को सहन करते थे। उनका मानना था कि अगर दीक्षा के माध्यम से मानव को जागृत किया जाए तो अधर्म और पाप की संभावना नहीं रह जाती है। धर्म सभा का प्रारंभ सुबह 11 बजे हुआ जो दोपहर 1:45 तक चला। उसके बाद मातृ सम्मेलन आयोजित हुआ। इसके पश्चात भंडारा हुआ इसमें करीब 800 लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कुछ लोगों ने सतनाम भी ग्रहण किया। कार्यक्रम के आकर्षण में मुख्य रूप से पुलक भट्टाचार्य माणिकचंद दत्ता, पप्पू चौबे, अनिल दास, रुपेश जायसवाल, संतोष करुआ, सूरज करुआ, राजकुमार मोहल्ला, सीतेश बहादुर, कृष्णा करवा, प्रगति शरण, अपराजिता मुखर्जी, माला बोस, तारा महतो, गायत्री शर्मा, रश्मिता मुखर्जी, तृप्ति मुखर्जी, सावित्री देवी, संगीता पांडेय आदि उपस्थित थे।