लगान वसूली की पुरानी व्यवस्था बहाल करने को राज्यपाल से गुहार
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सरकार ने लगान वसूली की ऑनलाइन व्यवस्था कर दी है मगर कंप्यूटर
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सरकार ने लगान वसूली की ऑनलाइन व्यवस्था कर दी है मगर कंप्यूटर में दर्ज किए गए आंकड़ों में त्रुटि होने की वजह से आदिवासियों को उनके अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है। पहले लगान वसूली की जिम्मेदारी मानकी-मुंडा के पास थी। मानकी-मुंडा हाथ से रसीद काट कर लगान जमा लेते थे। लगान जमा करने की पारंपरिक व्यवस्था को पुन: लागू करने की मांग को लेकर बुधवार को मानकी-मुंडा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल रांची जाकर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू से मिला। उन्हें सारी समस्याओों से अवगत कराते हुए हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई। कहा कि त्रुटिपूर्ण डाटा की वजह से भविष्य में विवाद हो सकता है। रांची से चाईबासा लौटे मानकी-मुंडा संघ के अध्यक्ष युगल किशोर ¨पगुवा ने बताया कि राज्यपाल ने इस संबंध में संबंधित पदाधिकारियों से बात कर कोई निदान ढूंढने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में कृष्णा सामड, रामेश्वर ¨सह कुंटिया, सिद्धेश्वर सामड, अभिराम ¨सह कुंटिया, सुधीर बिरुली, वीर ¨सह सुंडी, बागुन सोय, मुकेश हेंब्रम व विश्वनाथ संवैया आदि शामिल थे। मानकी-मुंडा संघ ने चक्रधरपुर में सफलतापूर्वक हुए कार्यक्रम के लिए राज्यपाल को गुलदस्ता भेंटकर अभिनंदन भी किया।
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विल¨कसन रूल पर वाद-विवाद कराएंगी राज्यपाल
मानकी-मुंडा संघ की ओर से बताया गया कि उन लोगों ने राज्यपाल से विल¨कसन रूल को लेकर वाद-विवाद कार्यक्रम आयोजित करने की भी मांग की। इसमें सरकार और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को शामिल किया जाएगा ताकि स्वशासन की पारंपरिक व्यवस्था को लेकर कोई सकारात्मक पहल हो सके। राज्यपाल ने बहुत जल्द तिथि निर्धारित कर संघ को सूचित करने का आश्वासन दिया है।