बॉस से मत बोलिएगा! सभी खराब बेडशीट हम बदलवा देंगे..
बॉस से मत बोलिएगा! सभी खराब बेडशीट हम बदलवा देंगे..। चाईबासा के एक प्रतिष्ठित होटल में ठहराए गए चिकित्साकर्मियों द्वारा फैलाई गई गंदगी पर आपत्ति दर्ज करने पर होटल संचालक को सदर अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मी ने गलती छिपाने के लिए यह बात कही तो तंग आ चुके संचालक ने सारा होटल चिकित्साकर्मियों से खाली करा दिया।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : बॉस से मत बोलिएगा! सभी खराब बेडशीट हम बदलवा देंगे..। चाईबासा के एक प्रतिष्ठित होटल में ठहराए गए चिकित्साकर्मियों द्वारा फैलाई गई गंदगी पर आपत्ति दर्ज करने पर होटल संचालक को सदर अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मी ने गलती छिपाने के लिए यह बात कही तो तंग आ चुके संचालक ने सारा होटल चिकित्साकर्मियों से खाली करा दिया। हुआ यह कि जिला प्रशासन ने 29 जुलाई 2020 को टाटा-रांची से आने वाले डाक्टरों व कोरोना में ड्यूटी करने वाले चिकित्साकर्मियों के ठहरने के लिए एक पूरे होटल को ले लिया था। होटल में कुल 16 कमरे हैं। सभी कमरों में चिकित्साकर्मियों के रहने व खाने-पीने की व्यवस्था थी। शर्त यह थी कि संचालक को इसके एवज में कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। खाने-पीने के खर्च का भुगतान होटल में ठहरने वाले चिकित्साकर्मी स्वयं करेंगे। इसके अलावा दैनिक मानदेय पर काम करने वाले गार्ड, हेल्पर और स्वीपर को जिला प्रशासन भुगतान कर देगा। इसके अलावा कोई अन्य भुगतान नहीं किया जाएगा। बकौल, होटल संचालक होटल में किसी भी तरह के नशीले पदार्थ का सेवन प्रतिबंधित है। इसके बावजूद होटल के कमरों में ठहरे चिकित्साकर्मियों ने यहां जाम से जाम टकराए। दीवारों को गंदा कर दिया। बेडशीट का भी बुरा हाल कर दिया। इस बारे में आला अधिकारियों को शिकायत करने पर भी किसी तरह का कोई जवाब नहीं आया। होटल में इस तरह की गतिविधियां बर्दाश्त नहीं होने पर तंग आकर 18 अक्टूबर को पूरे होटल को चिकित्साकर्मियों से तत्काल खाली करा दिया गया है। नुकसान के बारे में एक स्वास्थ्यकर्मी को कहा, तो उसने यही जवाब दिया कि बॉस यानि उपायुक्त साहब को कुछ मत बोलिएगा, हम 10-15 नई बेडशीट खरीदवाकर होटल भेजवा देंगे। होटल संचालक ने यह भी कहा कि कोरोना काल में जिला प्रशासन ने होटल तो ले लिया मगर अभी तक एक पैसा भी भुगतान नहीं किया है।