डा. जगन्नाथ हेम्ब्रम व एलआरडीसी एजाज अनवर को पीपीई किट खरीद में हुए फर्जीवाड़ा की जांच का आदेश
कोरोना काल में सदर अस्पताल चाईबासा में पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा से संबंधित खबर को उपायुक्त अरवा राजकमल ने गंभीरता से लिया है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : कोरोना काल में सदर अस्पताल चाईबासा में पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा से संबंधित खबर को उपायुक्त अरवा राजकमल ने गंभीरता से लिया है। उपायुक्त ने गोपनीय शाखा से पत्र निर्गत करते हुए फर्जीवाड़ा से संबंधित जांच का आदेश दे दिया है। सदर अस्पताल चाईबासा में पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा संबंधित मामले की जांच के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सह स्वास्थ्य विभाग के नोडल पदाधिकारी एजाज अनवर की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। जांच समिति में एजाज अनवर के अलावा सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. जगन्नाथ हेम्ब्रम को भी शामिल किया गया है। जांच समिति को उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा संबंधित मामले की जांच कर संयुक्त जांच प्रतिवेदन उपायुक्त के कार्यालय में एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। आदेश की प्रतिलिपि सिविल सर्जन को भी उपलब्ध करायी गई है।
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यह है पूरा मामला----
सदर अस्पताल में 10 लाख से अधिक मूल्य की कुल एक हजार पीपीई किट खरीदी गई है। पीपीई किट खरीदारी के लिए निकाली गई निविदा में जमशेदपुर की कंपनी इमेज इंडिया एल-1 थी। टेंडर जमशेदपुर की कंपनी इमेज इंडिया को दिया गया लेकिन पीपीई किट की आपूर्ति रांची की कंपनी आरुषि इंटरप्राइजेज के द्वारा किया गया है। इतना ही नहीं, अस्पताल प्रबंधन के द्वारा पीपीई किट के बिल का भुगतान भी डीपीएम यूनिट के लेखा प्रबंधक से अनुमति लिये बिना ही रांची की कंपनी आरुषि इंटरप्राइजेज को किया गया है। वहीं, डीपीएम यूनिट के लेखा प्रबंधक के द्वारा पूरे मामले में अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए विभाग से शिकायत की गयी है।