एसीसी में छटनी से बिगड़ सकता है औद्योगिक माहौल : दीपक बिरुवा
सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक की अध्यक्षता में एसीसी प्रबंधन की ओर से ठेका मजदूरों की छटनी मामले में मंगलवार को बैठक एसडीओ कक्ष में हुई। बैठक में विधायक दीपक बिरुवा भी मौजूद थे।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक की अध्यक्षता में एसीसी प्रबंधन की ओर से ठेका मजदूरों की छटनी मामले में मंगलवार को बैठक एसडीओ कक्ष में हुई। बैठक में विधायक दीपक बिरुवा भी मौजूद थे। दीपक बिरुवा ने कंपनी की ओर से मजदूरों की छटनी मामले का विरोध किया। कहा कि कंपनी के इस कदम से औद्योगिक माहौल बिगड़ सकता है। कंपनी और ठेकेदार मिलकर जो भी खामियां हैं तत्काल दूर करें। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए संबंधित ठेकेदार को एक माह के अंदर अपनी भी खामियां दूर करने को कहा गया। इस कार्य में एसीसी प्रबंधन को भी सहयोग करने का निर्देश दिया गया। मौके पर अगली बैठक 20 नवंबर को करने का निर्णय लिया गया। चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि एसीसी प्रबंधन दोहरी नीति अपना रही है। अगर मजदूरों की छटनी हुई तो जन आंदोलन होगा। लोग बेरोजगार हुए तो कंपनी भी ठप हो जाएगी। कंपनी प्रबंधन और ठेकेदार के बीच समन्वय नहीं होने के कारण यह समस्या हुई है। दोनों मिलकर उसे दूर करते हुए जनहित में काम करें। सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक ने कहा कि आज जो समस्या उत्पन्न हुई है, मजदूर हित में कंपनी प्रबंधन, ठेकेदार आपस में मिलकर सुलझाएं। अन्यथा प्रशासन आगे की कार्यवाही करेगी। बड़ाईक ने कहा कि कोई भी कंपनी तभी सफल होती है जब मजदूरों और कंपनी प्रबंधन के बीच बेहतर तालमेल व संबंध होता है। इससे पहले बैठक में विधायक और सदर अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष एसीसी कंपनी के अधिकारियों और ठेका मजदूर प्रतिनिधियों तथा ठेकेदार ने एक-एक कर अपना पक्ष रखा। इस दौरान कई बिंदुओं पर बहस भी चली और ठेकेदार, मजदूर व एसीसी पदाधिकारी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाते रहे। बैठक में झींकपानी अंचलाधिकारी, एसीसी प्रबंधन के पदाधिकारी डा. प्रणव आर्य, विल्सन समेत ठेकेदार और मजदूर आदि उपस्थित थे।