30 हजार युवाओं को पुलिस और 10 हजार युवाओं को शिक्षक में बहाली का था लक्ष्य
कोल्हान गवर्मेंट इस्टेट के नाम पर पश्चिम सिंहभूम जिले में पिछले 4-
जागरण संवाददाता, चाईबासा : कोल्हान गवर्मेंट इस्टेट के नाम पर पश्चिम सिंहभूम जिले में पिछले 4-5 माह से फर्जी बहाली चल रही थी। इस संगठन के लोग अलग-अलग गांवों में प्रशिक्षण शिविर लगाकर लोगों को फर्जी ढंग से बहाल कर रहे थे। रविवार को सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना अंतर्गत कुर्सी पंचायत के ग्राम लादुराबासा स्कूल में यह कार्यक्रम था। कार्यक्रम स्थल गए एक युवक ने बहाली के संबंध में जानकारी साझा की है। उसने कहा, मुझे जानकारी मिली है कि वर्तमान में कोल्हान पुलिस के नाम से कुछ लोगों द्वारा वृहद पैमाने पर कोल्हान के युवाओं को नौकरी के लिए बहाली की जा रही है। इसके लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, योग्यता प्रमाण पत्र एवं खतियान की छाया प्रति जमा कराई जा रही है।
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50 से 100 रुपये शुल्क में बेचा गया फार्म
फार्म का दाम 50 रुपये से लेकर 100 रुपये तक रखा है। नियुक्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय 500 रुपये इंश्योरेंस एवं अन्य के नाम से लिये जा रहे हैं लेकिन इसकी कोई रसीद नहीं मिल रही है। 30 हजार कोल्हान पुलिस में और 10 हजार युवाओं को शिक्षक में बहाली करने का लक्ष्य रखा गया है।
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60 से 90 हजार वेतन का दे रहे झांसा
मानदेय 60 से 90 हजार रुपये तक देने को कहा गया है। ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर 40 से 50 लाख रुपये परिवार वालों को देने की बात कही जा रही है। यह आफर सुनकर बहाली में कोल्हान भर के युवा युद्ध स्तर भाग ले रहे हैं और बहाली प्रक्रिया बड़े जोर-शोर से वर्तमान चल रही है। दूर-दराज गांव से सुबह 6-7 बजे से ही स्थल पर हजारों महिला-पुरुषों की भीड़ लग जाती है। पहले बहाली सभी क्षेत्रों मे शिविर लगाकर की गई थी।
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भर्ती स्थल पर तीर-धनुष लेकर तैनात थे युवा, फोटो लेने पर थी रोक
वर्तमान में सदर प्रखंड के लादुराबासा गांव में यह चल रहा है। युवक का दावा है कि रविवार को 11 बजे तक में 1716 युवाओं की बहाली की गई है। बहाली स्थल जाने वाले चौक पर युवाओं को तैनात कर दिया गया था ताकि स्थल तक सही मार्गदर्शन मिले। साथ ही बहाली स्थान पर भी कुछ युवा तीर, धनुष व डंडा पकड़कर विधि व्यवस्था के लिए तैनात किये गए थे। बहाली स्थल का किसी को फोटो खींचने नहीं दिया गया था। दो जगह फार्म जमा करो जा रहे थे। साथ ही उसे नियुक्ति पत्र निर्गत के बाद उसे शपथ कराई जा रही थी।