प्रशासन के मौखिक आदेश पर सीएए, एनआरसी के विरोध में चाईबासा में चल रहा धरना
सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बड़ी बाजार के उर्दू लाइब्रेरी में दूसरे दिन भी धरना जारी रहा।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बड़ी बाजार के उर्दू लाइब्रेरी में दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। रविवार को बड़ी संख्या में महिलाएं तिरंगा झंडा, पोस्टर, बैनर व तख्ती के साथ पहुंची। धरना के दूसरे दिन मुस्लिम महिलाओं के साथ आदिवासी व दूसरे धर्म की महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान मंच में बैठी उम्र दराज महिलाएं सभी को काला कानून से आजादी की नारा लगवा रही थी। संविधान बचाओ संघर्ष समिति और चाईबासा अंजुमन इस्लामिया की ओर से धरना के लिए आदेश सदर अनुमंडल पदाधिकारी से मांगा गया था। हालांकि प्रशासन की ओर से इस धरना की लिखित कोई सूचना नहीं दी गई है। लेकिन प्रशासन के आला अधिकारी धरना स्थल पहुंच कर इसकी जांच किया और अंजुमन इस्लामिया के अनुरोध पर मौखिक आदेश धरना के लिए रविवार को दिया। जिसमें अंजुमन की ओर से कार्यक्रम को संध्या आठ बजे तक संचालन करने और पूरा सहयोग करने देने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद प्रशासन की ओर से तीन मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई। जिसमें एक महिला मजिस्ट्रेट भी शामिल है। वहीं लाठी पुलिस बल भी तैनात किय गया है। मंच पर मौजूद राबिया खातुन ने कहा कि सीएए, एनआरसी, एनपीआर जैसे काला कानून देश की आपसी भाई-चारा को तोड़ने वाला है। ऐसा नहीं कि देश भर में सीएए, एनआरसी का विरोध सिर्फ मुस्लिम महिलाएं कर रही है। सभी धर्म के लोग इसमें शामिल होकर विरोध कर रहे हैं। कुछ भाजपा के समर्थक ही इसका समर्थन कर रहे हैं। धरना को संबोधित करते हुए समिउन निशा ने कहा कि हम शांति के साथ धरना दे रहे हैं, देश ने इसके लिए हमें हक दिया है। सरकार अपने घमंड में चूर है, इसलिए किसी से बात नहीं रह रही है। देश भर के विश्वविद्यालय के छात्र इसका विरोध कर रहे हैं, उन आवाज को भी दबाने का कार्य केंद्र सरकार कर रही है। हम सभी की मांग है कि सरकार काला कानून वापस ले। जब तक सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे कानून पर केन्द्र सरकार स्पष्ट जवाब नहीं देता है हम अपना विरोध शांति के साथ जारी रखेंगे।
------------------------अंजुमन इस्लामिया चाईबासा ने धरना के लिए आदेश मांगा था। इसको लेकर धरना स्थल में पहुंच कर कर जांच की तो पता चला कि बड़ा मजमा नहीं लगा है। संध्या 8 बजे तक धरना कार्यक्रम चलेगा। इसके लिए तीन मजिस्ट्रेट और लाठी पार्टी को तैनात कर दिया गया है। हालांकि धरना-प्रदर्शन के लिए प्रशासन ने लिखित अनुमति नहीं दी है।
- दिनेश यादव, प्रशिक्षु आइएएस सह प्रभारी एसडीओ चाईबासा।