बैंक व वित्तीय संस्थानों की बंदी से लोक रहे हलकान
चक्रधरपुर में भी देशव्यापी हड़ताल का असर देखने को मिला। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय संगठन एआइबीईए एआइबीओए बेफी इनबेफ इनबोक के देशव्यापी बंद के संयुक्त आह्वान पर चक्रधरपुर के विभिन्न बैंक एवं वित्तीय संस्थान बंद रहे।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर में भी देशव्यापी हड़ताल का असर देखने को मिला। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय संगठन एआइबीईए, एआइबीओए, बेफी, इनबेफ, इनबोक के देशव्यापी बंद के संयुक्त आह्वान पर चक्रधरपुर के विभिन्न बैंक एवं वित्तीय संस्थान बंद रहे। इन संस्थानों में दिन भर ताला और बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों के बैनर पोस्टर आदि लटके रहे। वहीं केनरा बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम समेत विभिन्न संस्थानों के कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में एकजुटता दिखाई। इधर बंद की जानकारी नहीं होने के कारण बैंक एवं अन्य वित्त्ीय संस्थान पहुंचने वाले ग्राहकों को बैरंग लौटना पड़ा। संगठनों की विभिन्न मांगों में महंगाई दर रोकने, सामाजिक सुरक्षा देने, किसानों को उचित मूल्य देने, ठेकेदारी प्रथा बंद करने, बेरोजगारों को रोजगार देने, न्यूनतम वेतन 21 हजार रूपये प्रतिमाह करने, श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन बंद करने, सार्वजनिक क्षेत्र का विनिवेशीकरण बंद करने एवं न्यू पेंशन स्कीम वापस लेने व पुरानी लागू करने की मांग शामिल है। भारतीय जीवन बीमा निगम चक्रधरपुर शाखा में प्रदर्शन के दौरान संगठन के प्रदीप मुखर्जी, देवाशीष भट्टाचार्य, सलिल कुमार, मोहम्मद इशाक, तापस विश्वास, मोहम्मद कमाल, शिव देवगम, बालकिशोर बोदरा, एम होरो, रवि शंकर झा, राहुल राम, शंकर राम, संतोष कुमार, अशोक प्रधान, सुधीत कैवर्त आदि कर्मचारी मौजूद रहे।