कोविड-19 के बाद वस्त्र बाजार में लौट रही रौनक
दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर है। कोरोना संक्रमण से उभरते हुए बाजार धीरे-धीरे तेजी पकड़ने लगा है। लोग खरीदारी के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर है। कोरोना संक्रमण से उभरते हुए बाजार धीरे-धीरे तेजी पकड़ने लगा है। लोग खरीदारी के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। शहर के सदर बाजार, मंगल बाजार, बड़ीबाजार, तांबों चौक स्थित रेडीमेड वस्त्र की दुकानों में ग्राहक खरीदारी करने में जुटे हैं। दुकानों में फैंसी वस्त्रों की खरीदारी ज्यादा की जा रही है। खासकर युवा वर्ग ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचकर अपनी पसंद के वस्त्रों की खरीददारी कर रहे हैं। पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से बाजार पूरी तरह फीका था। लेकिन इस बार बाजार कुछ बेहतर नजर आ रहा है। वहीं लॉकडाउन से पहले बाजार से तुलना करें तो मात्र 40 फीसद ही बाजार अभी तक सुधर पाया है।
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क्या कहते हैं दुकानदार
कोरोना से धीरे-धीरे बाजार उभर रहा है। लेकिन अभी भी बाजार में वह रौनक नहीं लौटी है जो कोविड-19 से पहले थी। दुर्गा पूजा की खरीदारी के लिए लोग घरों से निकल रहे हैं। दो-तीन दिन के अंदर मार्केट का हाल पता चल जाएगा।
- सत्य प्रकाश शाही, उमंग रेडीमेड, चाईबासा।
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बाजार में रौनक लौट रही है। पिछले वर्ष बहुत खराब हालत थी इस बार कुछ सुधार देखा जा रहा है। वहीं संक्रमण काल से पहले की तुलना करें तो 40 प्रतिशत बाजार बेहतर हुआ है। उम्मीद है कि बाजार में फिर से लोग खरीदारी पहुंचने लगेंगे।
- शैलेश सुल्तानियां, मिस्टर शॉपी, चाईबासा।
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पहले के जैसा बाजार नहीं रहा। अब सिर्फ जरूरत के हिसाब से लोग खरीदारी कर रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह कोविड-19 नियमों के तहत बच्चे पंडाल नहीं जा सकते, ग्रामीण क्षेत्र में मेला नहीं लगेगा तो नया कपड़ा कौन खरीदेगा।
- कैलाश पारिक, आरके रेडीमेड, चाईबासा।
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बाजार पूरी तरह सुधरने में काफी वक्त लगेगा। पिछले साल लाखों का नुकसान दुकानदारों को हुआ था, इस बार वह नुकसान नहीं होगा। जरूरत के हिसाब से बाजार चल रहा है। दुर्गा पूजा बाजार के हिसाब से कहें तो यह औसत बाजार है।
- अजय गुप्ता, पसंद रेडिमेड, चाईबासा।
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दुर्गा पूजा का बाजार धीरे-धीरे तेजी पकड़ रहा है। सरकार ने जो नियम रात 8 बजे तक बनाया इससे नुकसान बहुत हो रहा है। दो दिन तक बाजार जोर-शोर से रहने की उम्मीद है। जिससे पिछले साल के नुकसान की भरपाई कुछ हो सकती है।
- विजय कुमार तिवारी, युवराज कलेक्शन बड़ीबाजार, चाईबासा।
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दुर्गा पूजा में जिस तरह से कपड़ों की बिक्री होनी चाहिए, वैसा नहीं हो रहा है। रोजाना 30 से 40 हजार रुपये की बिक्री हो जाती है। जबकि दुर्गा पूजा के समय कम से कम 60 से 80 हजार की बिक्री होनी चाहिए। ब्रांड शोरूम का नार्मल दिनों में 15 से 20 हजार की बिक्री हो जाती है।
- सुशील कुमार, मैनेजर किलर, चाईबासा।