एसीसी कंपनी की डस्ट से गुमड़ा नदी का अस्तित्व खतरे में
जागरण संवाददाता, चाईबासा : झींकपानी प्रखंड अंतर्गत कुदाहातु पंचायत के दोदरोबसा गांव होकर
जागरण संवाददाता, चाईबासा : झींकपानी प्रखंड अंतर्गत कुदाहातु पंचायत के दोदरोबसा गांव होकर गुजरने वाली गुमड़ा नदी की स्थिति एसीसी कंपनी द्वारा छोड़े गई डस्ट से अपने अस्तित्व खो रही है। खुले में डस्ट डाल दिए जाने के कारण सभी डस्ट गुमड़ा नदी में बहकर समा जा रहा है। इसके कारण गुमड़ा नदी का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। इस संबंध में जिला परिषद उपाध्यक्ष चांदमनी बलमुचू पिछले कई वर्षों से एसीसी कंपनी के खिलाफ कई बार आवाज उठा चुकी है। लेकिन कंपनी प्रबंधन द्वारा इनकी बात सुनी जा रही और न ही ग्रामीणों की सुन रही है। आज स्थिति यह हो गई कि नदी किनारे कंपनी द्वारा डाली गई डस्ट की पहाड़ के नीचे कंपनी को सप्लाई होने वाली पानी की पाइप फट गई है। डस्ट का पहाड़ टूट कर नदी में धीरे-धीरे समाते जा रहा है। अब स्थिति यह हो गई कि अगल बगल घाट डस्ट से भर गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार यह पानी नहाने लायक भी नहीं रहा। पाइप डस्ट के करीब 20 से 25 फीट नीचे दबी है और पानी नहीं बंद होने के कारण पूरा डस्ट बहकर नदी में जा रही है। जब तक डस्ट का पहाड़ को नहीं हटाया जाएगा तब तक स्थिति यही रहेगी। भविष्य में यहां के लोगों को गंभीर स्थिति से गुजरना पड़ेगा। बुधवार को जिला परिषद चांदमनी बलमुचू इसका जायजा लेने के लिए कुदाहातु गांव पहुंच गई। ग्रामीणों के साथ हो रही दिक्कतों को देखकर दुख प्रकट की। जिला परिषद उपाध्यक्ष चांदमनी बलमुचू का कहना है कि जल एवं पर्यावरण विभाग न्यू दिल्ली को पत्रचार कर चुके है और जिले के आला अधिकारियों के साथ-साथ एसीसी प्रबंधन को भी अवगत कर चुके हैं। परंतु कंपनी को न पर्यावरण विभाग से डर है और ना ही जिला के आला अधिकारियों से डर है। यहां के ग्रामीणों को तो कंपनी प्रबंधन हमेशा दबा कर रखना चाहती है। अगर इस समस्या का समाधान कंपनी यदि नहीं करती है तो चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।