बिरसा के सपने को सभी मिलकर करें साकार:डीसी
सिमडेगा : बिरसा संग्रहालय निर्माण के लिए सिमडेगा जिला के विभिन्न गांवों से पावन मिट्टी का संग्रह
सिमडेगा : बिरसा संग्रहालय निर्माण के लिए सिमडेगा जिला के विभिन्न गांवों से पावन मिट्टी का संग्रहण का जिलास्तरीय कार्यक्रम परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम सिमडेगा में आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया गया। इस अवसर पर सभी दस प्रखंडों से आए सरना स्थल से एकत्रित पावन मिट्टी को अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से भव्य यात्रा के साथ सरना स्थल सिमडेगा की पवित्र भूमि पर रखा गया। पावन मिट्टी को 23 जनवरी को राज्य मुख्यालय रांची पूरे सम्मान साथ ले जाया जाएगा। उपायुक्त सिमडेगा व उपविकास आयुक्त ने पावन मिट्टी को अपने कंधों में लेकर शोभायात्रा का प्रारंभ कराया। इस मौके पर उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने कहा कि बिरसा मुंडा को झारखंड राज्य में भगवान का दर्जा मिला है। आजादी के दौरान भगवान बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों आहूति दे दी। उनके याद में आज झारखंडवासियों के सहयोग एवं श्रद्धा की भावना के साथ रांची में भव्य प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा। जहां सभी जिलों के पवित्र सरना स्थल की पावन मिट्टी का संग्रह किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर भगवान बिरसा मुंडा के सपना को साकार करना है। भगवान बिरसा मुण्डा के भव्य प्रतिमा के निर्माण के लिए सिमडेगा जिले के सभी प्रखंडों के 454 गांवों के पवित्र सरना स्थल की पावन मिट्टी को संग्रह करके भगवान बिरसा मुंडा के संग्रहालय तक पूरे सम्मान पूर्वक जिला प्रशासन लेकर जाएगा। एसपी संजीव कुमार ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के आजादी के दौरान दिए गए योगदान को हम सभी आज तक नहीं भूले हैं व आगे भी उन्हे नहीं भूलेंगे। उपविकास आयुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि मिट्टी संग्रहण का कार्यक्रम हम सभी को सांस्कृति से जोड़ता है। हम सभी इस पावन मिट्टी के माध्यम से आज भी संस्कृति को बचाए रखने को अग्रसर हैं तथा भागवान बिरसा मुंडा के विचारों को दिल में रखते हुए उनके सपनों का झारखंड निर्माण में कार्य कर रहे हैं। इस अवसर जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के द्वारा प्रतिनियुक्त कलाकारों के द्वारा पारंपरिक लोक नृत्य की प्रस्तुत की गई। मौके पर जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंडों से आए ग्रामीण, कलाकार के अलावा अन्य उपस्थित थे।